Just now India got a Big Shock : मणिपुर लभगग डेढ़ साल से जल रहा है. हिंसा की आग में पूरा राज्य सुलग रहा है. कुकी मैतई और नागा समुदाय के बीच जारी हिंसक संघर्ष का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है. हालांकि, केंद्र सरकार लगातार हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है. फिर भी स्थिति नियंत्रण में नहीं है. ताजा मामला मणिपुर में धमाके को लेकर है. गृह मंत्रालय को मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक, मणिपुर को पाकिस्तान के अलावा चीन, म्यांमार भी जलाने में जुटा हुआ है.
भारत विरोधी शक्तियों ने मणिपुर को सुलगाने की नई साजिश रची है. विरोधी शक्तियां 28 सितंबर को मणिपुर में कुछ बड़ा करने की फिराक में है. खास बात यह है जिस दिन भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक किया था उसी दिन मणिपुर को जलाने की तैयारी चल रही है. पाकिस्तान चीन और म्यांमार के कुछ उग्रवादी मिजोरम के रास्ते भारत में घुस गए हैं. ये उग्रवादी मणिपुर में बड़ा धमाका करने की साजिश रच रहे हैं.
गृह मंत्रालय को मिली खुफिया जानकारी
गृह मंत्रालय को 19 सितंबर को मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक, मणिपुर के थौबुल जिले में एसपी ने एक सर्कुलर जारी किया था. इसमें 900 चिन-कूकी मिलिटेंट म्यांमार से मणिपुर में प्रवेश कर चुके हैं. एसपी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुरक्षाबलों से सतर्क रहने को कहा है. पुलिस विभाग ने कहा कि ये आतंकी मणिपुर में कुछ धमाका करने की योजना रच रहे हैं. वहीं, 20 सितंबर को मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह प्रेस कांफ्रेंस करके पुष्टि की थी. सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने साफ कहा था कि ये मिलिटेंट राज्य को दहलाने की साजिश रच रहे हैं.
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30-30 के समूहों में आतंकी मणिपुर के इन गांवों में घुसे
वहीं, 21 सितंबर को गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली असम राइफल ने एक आतंकी को धर दबोचा था. पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ था कि यह 900 आतंकवादी 30-30 की समूह में राज्य में अलग-अलग विस्फोट करने की फिराक में है. इन आतंकियों ने 28 सितंबर को मणिपुर के कुल 30 मैथी गांव में एक साथ हमला करने वाले हैं. आतंकियों ने मणिपुर को जलाने के लिए बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी ले रखी है.
सुरक्षाबलों और पुलिस ने इन इलाकों में सर्च ऑपरेशन बढ़ा दी है. सुरक्षाबलों की मानें तो इन इलाकों में धमाके के लिए बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामान रखे गए हैं. हालांकि, इन सामग्रियों को नष्ट करने के लिए पुलिस और सुरक्षाबल चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए हैं.
आतंकियों को यहां से मिली फंडिंग
गौरतलब है कि 28 सितंबर को ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उरी में सर्जिकल स्ट्राइक किया था. गृह मंत्रालय के खुफिया सूत्रों ने यह भी बताया है की इन आतंकवादियों को म्यांमार के चिन-कूकी की क्षेत्र से हथियार मिले हैं. जिसमें रॉकेट लांचर और ड्रोन भी शामिल है, हथियारों का निर्माण 3D प्रिंटिंग के जरिए भी किया गया है. जिसके पीछे सीआईए समर्थित Baptish चर्च की फंडिंग बताई जा रही है, इसके बारे में जानकारी सिया के दी क्लासिफाई डॉक्यूमेंट के जरिए भी कई बार सार्वजनिक हो चुकी है.
खास बात यह भी है कि भारत विरोधी शक्तियों के निशाने पर केवल मणिपुर नहीं बल्कि मिजोरम म्यांमार का चिन-कुकी क्षेत्र और बांग्लादेश का चिटगांव भी शामिल है जिसे वह संयुक्त रूप से जोगाम पुकारते हैं इसी बात का जिक्र बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी किया था.