खुद का घर…हर व्यक्ति का सपना है. देश के अधिकांश लोग इसके लिए अपनी जमा पूंजी इकट्ठे करते हैं, तब जाकर वे एक घर खरीद पाते हैं. घर खरीदने के लिए सबसे अहम चीज है पैसा. क्योंकि पैसे सिर्फ घर खरीदने के अलावा अलग-अलग जगह भी खर्च होते हैं. हालांकि, अगर कोई व्यक्ति पत्नी के नाम पर घर खरीदता है तो उसे लाभ मिलता है. ऐसा इसलिए क्योंकि, केंद्र सरकार समाज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है.
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महिलाओं के लिए प्रॉपर्टी खरीदने के लिए भी सरकार ने अलग-अलग नियम बनाए हैं. प्रॉपर्टी टैक्स में महिलाओं को खास छूट मिलती है. इसलिए अगर आप नया घर खरीदने की सोच रहे हैं तो आप पत्नी के नाम पर ही खरीदें, जिससे आपको काफी फायदा होगा. पर कैसे आइये जानते हैं…
होम लोन में मिलता है छूट
घर के लिए लोन की जरुरत तो पड़ती ही है. भारत के कई ऐसे बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां हैं, जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को कम ब्याज दर पर लोन देते हैं. बहुत सारे बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां महिलाओं के लिए खास स्कीम चलाती हैं. अगर आप अपनी पत्नी के नाम पर लोन लेते हैं आपको कम ब्याज दर पर होमलोन मिल सकता है.
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स्टांप ड्यूटी में भी छूठ
घर खरीदने पर आपको कागजी कार्रवाई भी करवानी पड़ती है. घर की रजिस्ट्री भी करवानी होती है. आपको इसके लिए स्टांप ड्यूटी देनी होती है. भारत के कई राज्य ऐसे हैं, जहां पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को कम स्टैंप ड्यूटी देनी पड़ती है.
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महिलाओं को सामान्य तौर पर पुरुषों से दो से तीन फीसद तक स्टांप ड्यूटी में छूट मिलती है. जैसे- दिल्ली में पुरुषों के लिए स्टांप ड्यूटी छह प्रतिशत है तो महिलाओं को सिर्फ चार प्रतिशत ही स्टैंप ड्यूटी देना पड़त है. उत्तर प्रदेश में पुरुषों के लिए स्टांप ड्यूटी सात प्रतिशत है तो महिलाओं के लिए स्टांप ड्यूटी पांच प्रतिशत.
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