Lakhpati Didi Yojana: ‘लखपति दीदी’ योजना के जरिए मोदी सरकार दोनों हाथों से खजाना लूटा रही है. सरकार की ये योजना देश के कई राज्यों में चल रही है. छत्तीसगढ़ के सरगुजा में भी इस योजना के तहत हजारों महिलाओं को लाभ मिल रहा है. ऐसे में जो महिलाएं योजना का लाभ उठाने रह गईं हैं, वो बिना देर किए फायदा उठाएंगे. आइए जानते हैं कि ‘लखपति दीदी’ स्कीम ने सरगुजा की महिलाओं का जीवन कैसे बदल कर रख दिया है.
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35 हजार महिलाओं को लखपति बनाना टारगेट
‘लखपति दीदी’ स्कीम छत्तीसगढ़ में महिलाएं के जीवन पर बड़ा प्रभाव डाल रही है. उनको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है. मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का लक्ष्य जिले की 35 हजार महिलाओं को लखपति बनाना है. यह योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई एक अहम पहल है. इस योजना के तहत, जिन महिलाओं की सालाना आय एक लाख रुपये या उससे ज्यादा होती है, उन्हें लखपति दीदी माना जाता है.
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SHG से महिलाओं को मिलती है आर्थिक मदद
सरगुजा की महिलाएं स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) जैसी स्कीमों का भी फायदा उठा रहा हैं. इसके जरिए महिलाएं भेड़ पालन, बकरी पालन, सब्जी की खेती, कबूतर पालन और मुर्गी पालन जैसे व्यवसाय कर रही हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि ये स्वयं सहायता समूह महिलाओं को लखपति बनने की दिशा में मदद कर रहे हैं. महिलाओं के हाथ में रोजगार आने से उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ है और वे अपने परिवार की और अच्छे से देखभाल कर पा रही हैं.
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लखपति दीदी योजना से जुड़ी जरूरी बातें
ये योजना के तहत महिलाएं स्वयं सहायता समूह की सदस्य होती हैं. इस समूह को बैंकों से कम ब्याज दर पर आर्थिक मदद मिलती है. इस पैसे का इस्तेमाल महिलाएं अपनी आजीविका के साधन खड़े में करती हैं. व्यवसाय के सफल होने पर पर उनको आर्थिक मजबूती मिलती है. वो उद्यमशीलता में सशक्त बनती हैं, इस तरह उनका जीवन स्तर बेहतर होता है. जब सरकार ऐसी कोई योजना चला रही है, तो आपको भी खुली झोली से उसका फायदा उठना चाहिए.
योजना की सफलता पर जिला पंचायत सीईओ नूतन कंवर ने कहा, ‘केंद्र सरकार से हमें 35 हजार का लक्ष्य मिला है. लेकिन 48 हजार घरों में सर्वे करने के बाद पता चला कि दो से तीन साल में सभी महिलाओं को लखपति बनाया जा सकता है. यह करीब 70 हजार से एक लाख के बीच होगा और दो साल में यह लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा.’ इस योजना से महिलाओं को काफी फायदा मिल रहा है.
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