Real Etate News: हर किसी का सपना होता है कि उसके पास अपना एक घर हो. लेकिन अगर आपके घर पर कोई और कब्जा कर ले तो क्या होगा. निश्चित तौर पर आपको बड़ा झटका लगेगा. अगर आप भी मकान मालिक हैं और किराए पर अपना घर देकर बैठे हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि कभी भी आपके घर पर किराएदार कब्जा जमा सकता है. शायद आपको यकीन नहीं हो रहा होगा लेकिन ये हकीकात. आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा कैसे संभव है और किस तरह किसी मकान मालिक के हाथ से उसका घर निकल सकता है.
किराएदार कर लेंगे आपके घर पर कब्जा
आप मकान मालिक हैं औऱ आपने भी अपना घर किसी किराएदार को किराए पर दे रखा है तो आपके लिए ये खास खबर हैं. आपकी छोटी सी लापरवाही आपकी जिंदगीभर की कमाई ले सकती है. दरअसल काम की तलाश में अपने घरों से बाहर आए लोग दूसरे शहर में किराए का घर ढूंढते हैं और कई बार लोग लंबे वक्त तक किराए पर ही रहते हैं.
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ऐसे में आपके घर में भी कोई किराएदार लंबे वक्त से रह रहा है तो आप अलर्ट हो जाएं. क्योंकि आपके घर में कोई किराएदार 12 साल से ज्यादा वक्त बिता चुका है तो आपके घर पर अपना कब्जे का दावा कर सकता है.
कैसे कर सकता है किराएदार दावा
जब कोई किराएदार किसी भी किराए के घर में 12 वर्ष से ज्यादा रह लेता है और इस दौरान मकान मालिक की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई होती है या अपने मकान को लेकर कोई दावा नहीं किया गया होता है तो किराएदार उस मकान पर अपना दावा कर सकता है.
इस बात का रखें ध्यान
किराएदार आपके मकान पर कानूनी रूप से दावा कर सकता है. लेकिन ऐसा तभी कर सकता है जब उसे 12 वर्ष से ज्यादा का वक्त हो गया है और इस दौरान आपकी ओर (मकान मालिक) की ओऱ से कोई भी हस्तक्षेप नहीं किया गया हो.
कैसे बच सकता है मकान मालिक
दिल्ली-मुंबई या फिर एनसीआर जैसे बड़े शहरों में बड़ी संख्या में बाहर से लोग आते हैं और किराए के मकान में रहते हैं. ऐसे में कई बार ये किराएदार लंबे वक्त तक रहने के बाद कानूनी तौर पर मकान मालिक की मुश्किल बढ़ा सकते हैं और उनके घर पर अफना दावा कर सकते हैं. ये मुश्किल उन मकान मालिकों के लिए और भी ज्यादा बढ़ जाती है जो अपनी प्रॉपर्टी से दूसरे शहर में रहते हैं.
यानी मान लीजिए उनका मकान दिल्ली में है और वह मुंबई में रहते हैं या फिर उनका मकान नोएडा में है और वह दिल्ली में रहते हैं. ऐसे में बाहर होने की वजह से वह रेगुलर अपने मकान की देखभाल या दावा नहीं कर पाते हैं. ऐसे में जरूरी है मकान मालिक समय रहते जरूरी कदम उठाते रहें.
सिर्फ रेंट अग्रीमेंट काफी नहीं
मकान मालिकों के लिए सिर्फ रेंट अग्रीमेंट काफी नहीं है. क्योंकि कई बार मकान मालिक सोचते हैं कि रेंट अग्रीमेंट बनवाने से उनका मकान पर दावा पुख्ता है और उन्हें कोई दिक्कत नहीं आएगी. लेकिन ऐसा नहीं है. लेकिन जो मकान मालिक लीज एंड लाइसेंस डॉक्यूमेंट रखते हैं उन्हें कभी भी परेशानी नहीं आती है.
क्या है लीज एंड लाइंसेंस डॉक्यूमेंट
लीज एंड लाइसेंस डॉक्यूमेंट मकान मालिक के हितों की रक्षा करता है. ये दस्तावेज ऐसे प्रावधान रखता है जिससे किराएदार को संपत्ति पर किसी तरह का हक जमाने का मौका ही नहीं मिलता है.
खास बात यह है कि ये दस्तावेज भी रेंट अग्रीमेंट की तरह ही आसानी से बन जाते हैं. लेकिन कानूनी रूप से मकान मालिक के लिए यह काफी सुरक्षा प्रदान करने वाला होता है.
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