Diesel Vehicle Ban In India: डीजल वाहन मालिकों के लिए खबर परेशान करने वाली हो सकती है. क्योंकि क्योंकि सरकार ने इंडिया में डीजल वाहनों को बैन करने का खाका तैयार कर लिया है. आपको बता दें कि इंडिया में लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ये फैसला लिया जा रहा है. आज की बात करें तो दिल्ली एनसीआर में एक्यूआई लेवल 500 के पार पहुंच गया है. जिसके चलते केन्द्र और राज्य सरकार चिंतित हो गई हैं. हालांकि इससे पहले भी डीजल वाहनों की उम्र सिर्फ 10 साल ही थी. लेकिन अब इनकी ब्रिक्री पर भी सरकार रोक लगाने जा रही है.. यदि आप भी डीजल वान खरीदने का मन बन रहे हैं फिलहाल विकल्प चुन सकते हैं.
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विकल्प चुनने पर जोर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीजल वाहन सबसे ज्यादा प्रदूषण करते हैं. इसलिए तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित करना चाहिए. आपको बता दें कि इसमें ये भी तर्क पेश किया गया है कि अब ईवी वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा. यही नहीं कुछ ही दिनों में सराकर ईवी पर सब्सिडी योजना की घोषणा भी करने वाली है. ऊर्जा संक्रमण सलाहकार समिति की ओर से 2027 से डीजल वाहनों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाने की सिफारिश की गई है. यानि सिर्फ ढाई साल तक ही आप डीजल वाहन चला सकते हैं. उसके बाद कार कंपनीज भी डीजल वाहन बेचना बंद कर देंगी...इसलिए डीजव वाहन खरीदने का प्लान कैंसिल कर देंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा..
शुरूआत में यहां लगेगा प्रतिबंद
आपको बता दें कि शुरुआती दौर में देश के कुछ चुनिंदा शहरों में डीजल वाहनों पर प्रतिबंद लगाया जाएगा. इसके लिए यह मानक तय किये गए हैं. जिन शहरों की आबादी 10 लाख से ज्यादा है. ऐसे शहरों पर शुरूआत में प्रतिबंद लगाया जाएगा. धीरे-धीरे देश ही डीजल वाहन गायब हो जाएंगे. दरअसल मौजूदा समय में देश में 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. लेकिन हो सकता है कि नए प्रतिबंध के तहत इनमें से भी कुछ वाहनों को इस प्रस्ताव में शामिल कर लिया जाए.
डीजल वाहन न खरीदने की सलाह
यदि हाल-फिलहाल आप डीजल वाहन खऱीदने का मन बना रहे हैं तो टाल सकते हैं. क्योंकि सूत्रों का दावा है कि सरकार डीजल वाहनों को लेकर अभी और कड़े फैसले लेने वाली है. इसलिए नुकसान से बचने के लिए फिलहाल डीजल वाहन खरीद का फैसला टालना ही ठीक रहेगा. इसलिए आपको ईवी, पेट्रोल या सीएनजी वाहन को विकल्प के तौर पर देखना चाहिए...