महाराष्ट्र सरकार शनिवार से आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री माझी लाडली बहन योजना शुरू करने जा रही है. योजना के तहत प्रदेश की एक करोड़ महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये दिए जाएंगे. महाराष्ट्र की यह स्कीम मध्यप्रदेश की लाडली बहना योजना से मिलती-जुलती है. प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भरोसा दिलाया है कि योजना अनिश्चित समय तक चलेगी. मुख्यमंत्री ने इस योजना को रक्षाबंधन से जोड़ा है. उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश की महिलाओं के हितों की रक्षा करने की गारंटी दी गई है.
ऐसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
प्रदेश सरकार ने नारी शक्ति धूत के नाम से एक ऐप लॉन्च किया है, इस ऐप के जरिए पात्र महिलाएं आसानी से आवेदन कर पाएंगी. ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ महिलाओं की मदद की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को दी गई है. आवेदन करने के लिए कोई शुल्क नहीं है. महिलाएं मुफ्त में इसके मिले आवेदन कर सकती हैं.
योजना के लिए है पात्रता
योजना की पात्रता की बात करें तो महिलाओं को महाराष्ट्र का स्थायी निवासी होना जरूरी है. इस योजना में 21 साल से 65 साल की महिलाएं अप्लाई कर सकती हैं. इसके अलावा, यह योजना सिर्फ आर्थिक रूप से वंचित लोगों के लिए हैं, जिनके परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम है. अधिकारियों ने आवेदकों से आग्रह किया है कि वे बैंक खातों से अपने आधार कार्ड को जोड़ लें, जिससे वेरीफिकेशन और फंड ट्रांसफर में होने वाली देरी से बचा जा सके. महाराष्ट्र के बैंकों को भी इस प्रक्रिया में मदद करने की सलाह दी गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए योजना
बता दें, इस योजना से राज्य सरकार के खजाने पर सालाना 46 हजार करोड़ का बोझ पड़ने की संभावना है. एक दिन पहले, एकनाथ शिंदे ने कहा था कि हम केवल महिलाओं को 1500 रुपये नहीं देंगे बल्कि उन्हें स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हम अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करेंगे.