PM Modi on Petrol Diesel : अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट से भारत में पेट्रोल-डीजल के भाव कम होने की उम्मीद बढ़ने लगी है. लोगों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम अगर कम हुए हैं तो आम लोगों को राहत मिलनी चाहिए. इस बीच अब खबर आ रही है कि सरकार दिवाली से पहले और होली के बाद डीजल-पेट्रोल के भाव में अगली कटौती कर सकती है. पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने गुरुवार को कहा कि देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) ईंधन के दाम कम करने पर विचार कर रही है. अगर कुछ और समय तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव सुस्त रहते हैं तो सरकारी तेल कंपनियां इस बारे में जल्द ही फैसला ले सकती हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि दिवाली के बाद और होली से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम कम होंगे.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से लगातार इस तरह की खबरें चल रही हैं कि सरकार डीजल और पेट्रोल के दाम में कटौती कर सकती है, लेकिन सरकार ने हाल फिलहाल कटौती करने वाली खबरों पर विराम लगा दी है. पेट्रोलियम सेक्रेटरी पंकज जैन ने साफ कर दिया है कि अभी कटौती पर फैसला लेना जल्दीबाजी होगी. आने वाले दिनों में इस पर तेल कंपनियां विचार करेंगी.
सस्ते पेट्रोल-डीजल से महंगाई से मिलेगी राहत
वैसे पेट्रोल-डीजल के दाम हर सुबह 6 बजे तय होता है. इसके बाद तेल कंपनियां उसी दर पर तेल सेल करती है. अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम अगर लंबे समय तक 70 डॉलर प्रति बैरल रहता है तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में आम लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. सरकार तेल कंपनियों से दाम घटाने का आग्रह कर सकती है. ऐसे में गाड़ी चलाने वाले लोगों के साथ-साथ महंगाई पर भी लगाम लग सकती है. इस समय देश में महंगाई एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. डीजल के दाम घटने से खाद्य पदार्थ की कीमत में भी गिरावट आ सकती है. ऐसे में हर किसी की नजर सरकार पर टिकी हुई है.
यह भी पढ़ें: सूनी हो जाएंगी सड़कें, छा जाएगा अंधेरा, कर्फ्यू जैसे होंगे हालात, IMD का बिग अलर्ट
पेट्रोल-डीजल के दाम तय करती हैं तेल कंपनियां
बता दें कि देश में तीन सरकारी तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसीएल), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) और भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) डीजल व पेट्रोल समेत अन्य पेट्रोलियम उत्पादों की खुदरा बिक्री करती हैं. ये सरकारी तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम के मुताबिक, डीजल और पेट्रोल की कीमतों की हर पखवाड़े में समीक्षा करती हैं. अगर कच्चे तेल के भाव कम होते हैं तो तेल कंपनियां आम लोगों को राहत भी देती है. हालांकि, लंबे समय से तेल कंपनियों की ओर से पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है. ऐसे में अलग-अलग शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम काफी समय से यथावत है.
मार्च में हुई थी आखिरी कटौती
पेट्रोल- डीजल के दाम में 6 महीने पहले कटौती की गई थी. आखिरी बार 14 मार्च 2024 को पेट्रोल-डीजल के भाव कम किए गए थे. आम चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम 2-2 रुपये प्रति लीटर कम किए गए थे. इससे आम लोगों को राहत मिली थी. हालांकि, 6 महीने से पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
यह भी पढ़ें: भूल ना जाना...गाड़ी की टंकी फुल कराने से पहले चेक करना Petrol-Diesel के रेट, रातोंरात बढ़ गए दाम
विदेशी बाजार में कच्चे तेल के ये हैं भाव
अंतरराष्ट्री मार्केट में कच्चा तेल अभी करीब 3 साल के निचले स्तर पर है. गुरुवार को क्रूड ऑयल 1.36% की तेजी के साथ 71.57 डॉलर और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 1.43 फीसदी की तेजी के साथ 68.27 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. इस सप्ताह क्रूड ऑयल का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया था. दिसंबर 2021 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब कच्चे तेल का भाव 70 डॉलर से भी नीचे आया है.
अगले महीने से शुरू हो रहे त्योहार
पिछले साल पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती होली से ठीक पहले हुई थी. यानी 14 मार्च को पेट्रोल-डीजल के भाव कम हुए थे, जबकि 25 मार्च को रंगों का त्योहार मनाया गया था. वहीं, अगले महीने से त्योहारी सीजन शुरू होने वाला है. 3 अक्टूबर को शरादीय नवरात्र और 31 अक्टूबर को दीपों का त्योहार दिवाली मनाई जाएगी. ऐसे में लोगों की आस है कि जल्द ही पेट्रोल डीजल के दाम कम होंगे और बढ़ती महंगाई से राहत मिलेगी.