Mutual Fund Investment : मोहन की उम्र 30 साल है और दिल्ली की एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करते हैं. मोहन का वेतन 80,000 रुपये प्रति महीना है. सैलरी में से मोहन हर माह 25,000 रुपये की होम लोन की किस्त जमा करते हैं. इसके साथ ही तीन हजार रुपये इंश्योरेंस के लिए और पांच हजार रुपए रुपये महीना नेशनल पेंशन स्कीम में भरते हैं. इस हिसाब से देखा जाए तो मोहन अपने कुल वेतन में से 33,000 रुपये प्रति माह विभिन्न स्कीम में इन्वेस्ट करते हैं. अब मोहन लंबी अवधि के लिए एसआईपी (Systematic Investment Plans-SIP) के माध्यम से म्यूचुअल फंड में पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं. मोहन ने म्यूचुअल फंड (mutual funds) के इक्विटी, डेट और इंडेक्स फंड्स (index funds) के बारे में काफी अध्ययन किया है. बावजूद इसके मोहन की समझ नहीं आ रहा है कि वो निवेश करे तो करे कहां?
सही साबित होगा निर्णय
बाजार की अच्छी समझ रखने वाले विशेषज्ञों की मानें तो मोहन अगर म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करता है तो यह उसका सही निर्णय साबित होगा. क्योंकि म्यूचुअल फंड में निवेश मोहन को एक अवधि के बाद अच्छा फंड बनाने में मदद करेगा. म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने का सबसे सही तरीका यह है कि इन्वेस्ट करने के बजाए इसको अपने लक्ष्यों से जोड़ दिया जाए. जैसे कि मोहन ने बताया कि वह लंबे समय को ध्यान में रखकर इन्वेस्ट करना चाहते हैं. इसलिए इन्वेस्टमेंंट को वेल्थ क्रिएशन या रिटायरमेंट जैसी किसी दूसरी लंबी अवधि वाले स्कीम से जोड़ सकते हैं.
टारगेट के अनुसार हो इन्वेस्ट
मार्केट के एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर मोहन 20 साल तक हर माह 10 हजार रुपए इन्वेस्ट करते हैं तो 12 प्रतिशत हर साल दर के हिसाब से 91 लाख रुपए का फंड तैयार कर लेंगे. अगर मोहन 10 हजार की बजाए 15 हजार रुपए महीना जमा करते हैं तो 20 साल में उनके पास लगभग 1.36 करोड़ रुपये होंगे. हालांकि यह मोहन को इस बात की जानकारी करनी होगी कि इतना रुपया उनके लक्ष्य के हिसाब से ठीक है या नहीं.
91 लाख रुपए का फंड तैयार
मार्केट के एक्सपर्ट्स की मानें तो अगर मोहन 20 साल तक हर माह 10 हजार रुपए इन्वेस्ट करते हैं तो 12 प्रतिशत हर साल दर के हिसाब से 91 लाख रुपए का फंड तैयार कर लेंगे. अगर मोहन 10 हजार की बजाए 15 हजार रुपए महीना जमा करते हैं तो 20 साल में उनके पास लगभग 1.36 करोड़ रुपये होंगे. हालांकि यह मोहन को इस बात की जानकारी करनी होगी कि इतना रुपया उनके लक्ष्य के हिसाब से ठीक है या नहीं.
Source : News Nation Bureau