Afghanistan Crisis: भारतीय उड़ानों (Indian Flights) के अफगानिस्तान (Afghanistan) के लिए जल्द शुरू होने की संभावना फिलहाल नहीं दिखाई पड़ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान में फंसे हुए भारतीय लोगों को वहां से निकालने के लिए उड़ानों का संचालन किया जा सकता है. हालांकि किसी तीसरे देश के द्वारा सुरक्षा और एयर ट्रैफिक कंट्रोल से जुड़ी चीजों की जांच आधिकारिक तौर पर किए जाने के बाद ही ऐसा किया जा सकता है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह बातें भी सामने भी आ रही हैं कि तालिबान (Taliban) मजार ए शरीफ (Mazar e Sharif) से उड़ानों को अनुमति देने के लिए पैसे ले रहा है.
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तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान के हालात काफी खराब
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां के हालात काफी खराब हो गए हैं और यही वजह है कि ज्यादातर देशों ने वहां से निकालने के लिए अभियान को बंद कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत की ओर से कहा गया है कि अफगानिस्तान में फंसे भारतीय लोगों को निकालना हमारी पहली प्राथमिकता है, लेकिन काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) से संचालन नहीं होने की स्थिति में इस दिशा में अभी फिलहाल किसी भी तरह की प्रगति नहीं हो पाई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम अपने लोगों को वहां से निकालने को लेकर प्राथमिकता दे रहे हैं. हालांकि काबुल एयरपोर्ट से संचालन के दोबारा शुरू होने पर हम अपने लोगों की वापसी सुनिश्चित करेंगे.
बता दें कि पिछले दिनों भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि मंत्रालय अफगानिस्तान में मौजूद सिख और हिंदुओं के प्रतिनिधियों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है. साथ ही उन सभी लोगों को जो स्वेदश लौटना चाहते हैं ऐसे लोगों को वापस लाने के लिए विचार किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने अभी तक काबुल से वाया दुशांबे 6 फ्लाइट के जरिए 550 लोगों को निकाल लिया है. अफगानिस्तान से निकाले गए इन 550 लोगों में से 260 एम्बेसी के अधिकारी और अन्य कर्मी हैं. इसके अलावा अफगान और दूसरे लोगों को भी वहां से निकाला गया है.
HIGHLIGHTS
- अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां के हालात काफी खराब हुए
- भारत ने काबुल से वाया दुशांबे 6 फ्लाइट के जरिए 550 लोगों को निकाला