अगले साल हज (Haj 2020) पर जाने के इच्छुक लोग अब अपने मोबाइल फोन से भी आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए आप इंडियन हाजी इन्फरेमेशन सिस्टम नामक एप से 10 अक्टूबर से 10 नवंबर तक आवेदन कर सकेंगे. सभी हज यात्रियों को ई-वीजा (E visa) की सुविधा दी जाएगी. इसके अलावा बिना पुरुष रिश्तेदार हज पर जाने वाली महिलाओं (Women) को लॉटरी सिस्टम (Lottery System) से अलग रखा जाएगा. वहीं जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट पर कुछ बंदिशों को लेकर केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हज के लिए जाने के इच्छुक लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी.
हज 2020 (Haj 2020) के लिए सरकार (Government) ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. अगले साल हज पर जाने वाले यात्रियों के लिए 10 अक्टूबर से ऑनलाइन आवेदन (Online Application) की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि साल 2019 में 2 लाख भारतीय मुसलमानों ने बिना किसी सरकारी सब्सिडी के हज की यात्रा की. इस साल देश भर के 21 हवाईअड्डों से 500 से ज्यादा फ्लाइटों के जरिए 2 लाख लोग हज करने गए थे, इनमें से 48 फीसदी महिलाएं थीं.
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केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि बिना मेहरम (यानी बिना पुरुष रिश्तेदार) के 2340 महिलाएं इस बार हज के लिए गईं थीं. अगले साल भी जो महिलाएं बिना मेहरम के हज पर जाना चाहेंगी, उन्हें लॉटरी सिस्टम से अलग रखा जाएगा. हज यात्रा पर लगने वाले 18 फीसदी जीएसटी को सरकार ने घटाकर 5 फीसदी कर दिया था जिससे हज यात्रियों को करीब 113 करोड़ रुपए की बचत हुई.
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मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि इस साल आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से भी उड़ान शुरू की जाएगी. हज के इच्छुक लोग वहां से भी हज के लिए जा सकेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार की कोशिश होगी कि अगले साल के लिए आवेदन की प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन किया जाए. उन्होंने कहा कि पारदर्शिता और हज यात्रियों की सहुलियत के लिए हज समूह आयोजकों का भी पोर्टल http://haj.nic.in/pto बनाया गया है, जिसमें सभी अधिकृत हज समूह आयोजकों की जानकारी दी है.