ATM Card Insurance : डिजिटलाइजेशन के इस दौर ने क्या-क्या नहीं बदल कर रख दिया. आज रोजमर्रा के ज्यादातर काम घर बैठे ही ऑनलाइन किए जा सकते हैं. यहां तक कि इस डिजिटल एज ने पैसों (हार्ड कैश) के फ्लो को भी कम कर दिया है. आज पैसों का स्थान डेबिट या क्रेडिट कार्ड ने ले लिया है. पैसे की इस फॉर्म को प्लास्टिक मनी भी कहा जाता है. देश में हर तीसरे आदमी की जेब में डेबिट कार्ड मिलता है. लेकिन अधिकांश लोगों को डेबिट कार्ड का इस्तेमाल केवल रुपयों के ट्रांजक्शन तक ही समझ आता है. बहुत कम लोगों को बता है कि डेबिट कार्ड के साथ बैंक बीमा जैसी दूसरी सुविधाएं भी देते हैं.
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दरअसल, डेबिट कार्ड पर फ्री इंश्योरेंस की सुविधा भी मिलती है. हालांकि जानकारी के अभाव में लोग इन सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं कर पाते. आपको बता दें कि बैंक जैसे ही अपने किसी कस्टमर को डेबिट या एटीएम कार्ड जारी करता है, उसके साथ उसके एक बीमा पॉलिसी भी देता है. यह बीमा पॉलिसी एक्सीडेंटल इंश्योरेंस या लाइफ इंश्योरेंस होती है. भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ऐसे में डेबिट कार्ड होल्डर की एक्सीडेंटल या असमय मृत्यु होने पर बीमा की राशि प्रदान की जाती है. हालांकि बीमा की राशि अलग-अलग कार्ड के हिसाब से तय होती है. जैसे की एसबीआई गोल्ड( वीजा ) कार्ड पर यह राशि दो लाख रुपये तक होती है.
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कैसे करें क्लेम
अगर डेबिट कार्ड होल्डर की किसी दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो उसका परिजन ( नॉमिनी ) इंश्योरेंस के लिए क्लेम होती है. इसके लिए बैंक में आवेदन किया जा सकता है. इसके साथ आपके डेथ सर्टिफिकेट जैसे अन्य दस्तावेजों की जरूरत होती है.