आज कल EV या E- vehicle का ट्रेंड सा चल गया है. जिसकी एक वजह तो ये कि लोग पेट्रोल के आसमान छूते दामों से परेशान हैं और दूसरी वजह ये कि स्टाइलिश लुक और अमेजिंग फीचर्स वाले इन इलेक्ट्रिक वाहनों ने सबका ध्यान अपनी तरफ बखूबी खींचा है. ऐसे में ई-स्कूटर, ई-बाइक या ई-कार का बाजार परवान चढ़ रहा है. बाजारों में बहुतेरी कंपनियां हैं और उसी के हिसाब से प्रोडक्ट भी कई हैं. हालांकि, बिजली गाड़ी का बाजार बिल्कुल नया होने की वजह से अभी कंपनियों द्वारा बताई गईं रेंज और क्वालिटी पर आँख मूँद कर भरोसा करना ठीक नहीं है. ऐसे में आज हम आपको उन बेहद जरूरी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें चेक करने के बाद ही ई-स्कूटर या ई-बाइक या ई-कार खरीदने का प्लान बनाना चाहिए.
यह भी पढ़ें: Indian Railway: शादियों में ट्रेन से बारात ले जाना हुआ आसान, रेलवे ने शुरू की नई सुविधा
रेंज
पहले कहा जाता था कि ई-स्कूटर कारगर नहीं क्योंकि रेंज बहुत कम होती है. लेकिन अब ये शिकायत कुछ हद तक दूर हो गई है. कई स्कूटर हैं जो सिंगल चार्ज में 100 किमी का रेंज दे देते हैं. ग्रेवटॉन क्वांटा और सिंपल वन जैसी कंपनी क्रमश: 320 किमी और 236 किमी का दावा करती हैं. लेकिन उद्योग से जुड़ा एक सर्वे बताता है कि बिजली गाड़ियों की कंपनियां लगभग 30 परसेंट बढ़ाकर रेंज बताती हैं. इसलिए रेंज देखकर ई-स्कूटर खरीदने से पहले इस बात को दिमाग में जरूर रखें.
बैटरी लाइफ
दूसरा जरूरी फैक्टर बैटरी लाइफ का है. किसी भी ई-बाइक की रेंज उसकी बैटरी लाइफ से सीधी जुड़ी होती है. यहां बैटरी लाइफ का अर्थ चार्ज साइकिल के नंबर से है. लिथियम आयन या लेड बैटरी में सामान्यतः 300-500 चार्ज का दावा किया जाता है. अगर बैटरी बहुत अच्छी हो तो 1000 चार्ज तक ले सकती है. हमेशा ध्यान रखें कि बैटरी समय के साथ थकनी नहीं चाहिए या चार्ज उठाने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए क्योंकि इसी से आपके स्कूटर का मेंटेनेंस तय होगा. जिस स्कूटर में लंबी लाइफ की बैटरी लगी हो, उसे ही खरीदें.
यह भी पढ़ें: वाहन रजिस्ट्रेशन (Vehicle Registration) ट्रांसफर करवाने में हो रही है परेशानी, ऐसे हो जाएगा आपका काम
अपने इलाके के हिसाब से मॉडल
किस इलाके में रहते हैं, उस इलाके की सड़क के हिसाब से स्कूटर की क्वालिटी देखनी होगी. टायर और एलॉय का पहिया देखकर ही ई-स्कूटर लें. 25 किमी प्रति घंटा से लेकर 75 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाले स्कूटर आते हैं. अपना बजट और यात्रा दूरी को देखकर ही मॉडल पसंद करें. खरीदारी का निर्णय लेते समय गाड़ी की लागत हमेशा महत्वपूर्ण फैक्टर होता है. नई तकनीक और रिचार्जेबल बैटरी के कारण ई-बाइक खरीदने की लागत अधिक है. हालांकि यह पेट्रोल पर चलने वाले वाहनों की तुलना में समय के साथ काफी सस्ती साबित होगी. वर्तमान में, ई-बाइक की कीमत कोमागी एक्सजीटी केएम के लिए 42,500 रुपये से लेकर एथर 450एक्स के लिए 1.45 लाख रुपये तक है.