EPF interest rates: देश के करीब 6 करोड़ नौकरीपेशा लोगों के लिए केंद्र सरकार आज बड़ा फैसला ले सकती है. सरकार आज प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) पर मिलने वाले ब्याज की दरें तय कर सकती है. कर्मचारियों को इसका इंतजार है कि सरकार उनके पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती करती है या बढ़ोतरी. EPFO की सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की चार मार्च को श्रीनगर में बैठक हो रही. इस बैठक में वित्त वर्ष वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पीएफ पर मिलने वाले इंटरेस्ट रेट्स की घोषणा हो सकती है. माना जा रहा है कि इस साल लोगों को झटका लग सकता है.
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सरकार कर सकती है कटौती
सूत्रों का कहना है कि सरकार वित्त वर्ष 2020-21 के लिए मिलने वाले पीएफ ब्याज दरों में कटौती कर सकती है. सरकार देश में कोरोना के बाद पैदा हुए हालात को देखते हुए फैसला ले सकती है. दरअसल वित्त वर्ष 2019-20 के लिए ब्याज दरें 8.5 फीसदी थी. देश में कोरोना महामारी के बाद आर्थिक स्थिति में गिरावट के बाद संभावना है कि सरकार ब्याज दरों में कटौती कर सकती है.
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2012-13 के बाद है निचला स्तर
आपको बता दें कि 2019-20 के लिए PF पर मिलने वाली ब्याज दर 2012-13 के बाद का यह सबसे निचला स्तर है. 2018-19 में EPFO ने सब्सक्राइबर्स को 8.65 फीसदी की दर से ब्याज का भुगतान किया था. दरअसल ईपीएफओ द्वारा हर साल ब्याज दरों की घोषणा की जाती है. उसे के हिसाब से उपभोक्ताओं को ब्याद की जाती है. वित्त वर्ष 2019-20 के लिए ब्याज दरों की घोषणा करते हुए बोर्ड ने कहा था कि वह 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में दो किस्तों में 8.5 फीसदी ब्याज का भुगतान करेगा.
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अब तक कितनी रही हैं पीएफ पर ब्याज दरें-
2019-20 - 8.5 फीसदी
2018-19 - 8.65 फीसदी
2017-18 - 8.55 फीसदी
2016-17 - 8.65 फीसदी
2015-16 - 8.8 फीसदी
2013-14 - 8.75 फीसदी
Source : News Nation Bureau