केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने अक्टूबर से दिसंबर तक की तिमाही के लिए जनरल प्रोविडेंट फंड (General Provident Fund-GPF) की ब्याज दरों की घोषणा कर दी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए जनरल प्रोविडेंट फंड और अन्य स्कीम के ब्याज दरों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है. मतलब यह हुआ कि इस तिमाही में भी निवेशकों को 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता रहेगा. वित्त मंत्रालय के इकोनॉमिक अफेयर्स के बजट डिवीजन की ओर से इसकी पुष्टि की गई है. बता दें कि सरकार पिछली कई तिमाही से GPF सब्सक्राइबर्स के अकाउंट में 7.1 फीसदी की दर से पैसे ट्रांसफर कर रही है.
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इन स्कीम पर लागू होगी ब्याज दरें
- सामान्य भविष्य निधि (केंद्रीय सेवाएं)
- अंशदायी भविष्य निधि (भारत)
- अखिल भारतीय सेवा भविष्य निधि
- राज्य रेलवे भविष्य निधि
- सामान्य भविष्य निधि (रक्षा सेवाएं)
- भारतीय आयुध विभाग भविष्य निधि
- भारतीय आयुध कारखाना कामगार भविष्य निधि
- इंडियन नावल डॉकयार्ड वर्कमेन्स प्रोविडेंट फंड
- रक्षा सेवा अधिकारी भविष्य निधि
- सशस्त्र सेना कार्मिक भविष्य निधि
बता दें कि केंद्र सरकार ने अप्रैल 2020 में GPF का ब्याज दर को 7.9 फीसदी से घटाकर 7.1 फीसदी कर दिया था. हालांकि उसके बाद से अभी तक किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है.
HIGHLIGHTS
- जनरल प्रोविडेंट फंड और अन्य स्कीम के ब्याज दरों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं
- तीसरी तिमाही में निवेशकों को 7.1 फीसदी की दर से GPF के ऊपर ब्याज मिलता रहेगा