Buying a Car Vs Hire a Cab : निश्चित तौर पर एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार के लिए कार (Car) स्टेटस सिंबल के साथ-साथ बड़ी जरूरत भी होती है. लेकिन पिछले कई सालों से छोट-छोटे शहरों में ओला-उबर जैसी कंपनियों ने कार (Car) की सवारी इतनी सस्ती और सुविधाजनक कर दी है कि अब यह किसी के पहुंच से दूर नहीं रह गई. फिर भी अपनी कार (Car) अपनी होती है. मोहल्ले में कार (Car) भी आपकी स्टेटस को तय करती है. लेकिन अगर आप इस स्टेटस को मेंटेन करने के लिए कार (Car) खरीदने जा रहे हैं तो पहले जान लें ये सौदा मुनाफे का है या घाटे का?
कार (Car) खरीदने से बेहतर है कैब (Cab) से चलना
अगर आप कम से कम 6 लाख की कार (Car) खरीदते हैं तो इसकी स्क्रैप वैल्यू 6 साल में एक लाख घटाने के बाद इसकी कीमत 5 लाख रह जाती है. 6 साल में करीब 2200 दिन होते हैं. यानी प्रतिदिन के हिसाब से देखें तो कार (Car) की एक दिन की कीमत होगी 230 रुपए. 5,00,000/2200 = Rs. 230/day
- ये तो रही कार (Car) की एक दिन की कीमत. अब इसमें सलाना 15000 रुपये बीमा के भी जोड़ लें. यानी कार (Car) की बीमा का प्रतिदिन का खर्च आया 41 रुपए.
- सलाना बीमा 15000 रुपये यानी 15000/365= Rs. 41/day
- रोजाना पेट्रोल का खर्च= Rs. 100/Day
- हर 3 साल बाद टायर और बैट्री पर होने वाला खर्च Rs. 25,000 यानी Rs. 23/day
- सालाना मेंटिनेंस 9000 रुपये यानी Rs. 25/day
- कार (Car) लोन पर ब्याज @8%on Rs. 6,00,000 यानी Rs 131/day इन सारे खर्चों को अगर जोड़ लिया जाए तय प्रतिदिन कार (Car) पर Rs. 850 आएंगे.
यानी आप कार (Car) से चलें या न चलें इतनी रकम तो आपकी जेब से जाएगी ही. अगर इतने ही पैसों में आप पब्लिक ट्रांस्पोर्ट का सहारा लेते हैं तो कई चीजों से बच सकते हैं. जैसे एक ड्राईवर के रूप में ट्रैफिक जाम के टेंशन से मुक्ति, नए ट्रैफिक रुल्स के मुताबिक भारी भरकम चालान से छूट जाएगी जान. पार्किंग का झंझट नहीं. इतना ही नहीं आप जिस दिन कार (Car) की सवारी नहीं करते हैं उस दिन 850 रुपये आपकी जेब में होंगे. अब आप तय करें, कैब (Cab) बेहतर या अपनी कार (Car).
(Input: सोशल मीडिया से)