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Cheap Medicine: जुलाई में घट सकते हैं इन अहम दवाओं के दाम, स्वास्थ्य मंत्रालय

Cheap medicine Update: दवाई ऐसी चीज हैं जिससे देश का हर व्यक्ति कहीं न कहीं प्रभावित रहता है. क्योंकि बीमारी कभी भी किसी को भी आ सकती है.. लेकिन गरीब व्यक्ति महंगी दवाएं नहीं खऱीद पाता.

Updated on: 04 Jul 2024, 02:33 PM

highlights

  • लंबी बीमारी के उपचार वाली दवाओं की बनाई जा रही लिस्ट 
  • 100 प्रकार की दवाओं को सस्ता करने की योजना
  • कुछ दवाओं पर ट्रेड मार्जिन कैंप को लागू करने की तैयारी

नई दिल्ली :

Cheap medicine Update: दवाई ऐसी चीज हैं जिससे देश का हर व्यक्ति कहीं न कहीं प्रभावित रहता है. क्योंकि बीमारी कभी भी किसी को भी आ सकती है.. लेकिन गरीब व्यक्ति महंगी दवाएं नहीं खऱीद पाता. जिसके चलते कई बार गरीब व्यक्ति बीमरी से लड़ते हुए दम तक तोड़ देते हैं. सरकार ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए कुल 100 प्रकार की दवाओं के रेट कम करने की प्लानिंग की है. सूत्रों का दावा है कि इनमें लंबी बीमारी में चलने वाली ज्यादातर दवाएं हैं. जिनके जुलाई लास्ट वीक या अगस्त में दाम घटाए जा सकते हैं. हालांकि मंत्रालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन विभागीय सूत्र बताते हैं कि जिन दवाओं के दाम कम होने के लिए उनकी लिस्टिंग की जा रही है...  

100 प्रकार की दवाओं को शामिल करने की योजना 
 जानकारी के मुताबिक,  सरकार सिर्फ उन्हीं दवाओं को सस्ता करने करने की योजना बना रही है. जिनका यूज लंबे इलाज के दौरान किया जाता है. सूत्रों का दावा है कि प्रथम चरण में लगभग 100 प्रकार की दवाएं सस्ती करने की योजना बनाई जा सकती है. इसमें ट्रेड मार्जिन में 20-40 फीसदी तक रोक लगाने की सुझाव दिया गया है. हालाकि अभी दवाओं की लिस्ट तैयार की जा रही है कि रेट कटौती में कौन-कौनसी दवाएं शामिल करना है इसका ज्यादा पता अभी नहीं चल पाया है.  आपको बता दें कि  ट्रेड मार्जिन कैपिंग को लेकर दवाओं की लिस्टिंग किए जाने की भी तैयारी चल रही है. जुलाई के लास्ट तक ही कुछ क्लियर हो पाएगा...  

इन दवाओं को शामिल करने की संभावनाएं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन दवाओं के दामों में कटौती की जानी है उनमें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, सहित कैंसर की दवाएं भी शामिल है. साथ ही कोविड के दौरान महंगा बिकने वाला इंजेक्शन रेमिडिसेविर जैसी दवा भी शामिल करने की चर्चाएं हैं .कुछ पेटेन्ट वाली दवा को भी इसके दायरे में रखा गया है. नेशनल फार्मास्यूटिकल (NPPA) "सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड, कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO)" एम्स और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर दवाओं की लिस्ट तैयार की जा रही है. हालांकि अभी तक किन दवाओं के रेट कम होंगे और कब से  होंगे. इसकी आधिकारिक रूप से घोषणा होना शेष है.