cheap medicine Update: दवाओं की कीमत से हर व्यक्ति प्रभावित होता है. क्योंकि बीमारी अमीरी और गरीबी देखकर नहीं आती. लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को लंबी का बीमारी का इलाज कराने में परेशानी जरूर आ जाती है. समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार अगस्त से लगभग 100 प्रकार की दवाओं के रेट में कमी कर सकती है. हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन सूत्रों का दावा है कि लंबी बीमारी की दवाओं की लिस्ट बनाई जा रही है. इन्हीं दवाओं को सस्ता करने का प्लान हेल्थ मंत्रालय का है. ताकि आमजन को उपचार कराने में कोई परेशानी न हो..
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100 प्रकार की दवाएँ होंगी शामिल
आपको बता दें कि सरकार सिर्फ उन्हीं दवाओं को सस्ता करने करने की योजना बना रही है. जिनका यूज लंबे इलाज के दौरान किया जाता है. सूत्रों का दावा है कि प्रथम चरण में लगभग 100 प्रकार की दवाएं सस्ती करने की योजना बनाई जा सकती है. इसमें ट्रेड मार्जिन में 30-50 फीसदी तक रोक लगाने की सुझाव दिया गया है. हालाकि अभी दवाओं की लिस्ट तैयार की जा रही है कि रेट कटौती में कौन-कौनसी दवाएं शामिल करना है इसका ज्यादा पता अभी नहीं चल पाया है. आपको बता दें कि ट्रेड मार्जिन कैपिंग को लेकर दवाओं की लिस्टिंग किए जाने की भी तैयारी चल रही है.
कटौती में ये दवाएं हो सकती हैं शामिल
बताया जा रहा है कि जिन दवाओं के दामों में कटौती की जानी है उनमें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, सहित कैंसर की दवाएं भी शामिल है. साथ ही कोविड के दौरान महंगा बिकने वाला इंजेक्शन रेमिडिसेविर जैसी दवा भी शामिल करने की चर्चाएं हैं .कुछ पेटेन्ट वाली दवा को भी इसके दायरे में रखा गया है. नेशनल फार्मास्यूटिकल (NPPA) "सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड, कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO)" एम्स और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर दवाओं की लिस्ट तैयार की जा रही है. हालांकि अभी तक किन दवाओं के रेट कम होंगे और कब से होंगे. इसकी आधिकारिक रूप से घोषणा होना शेष है.
HIGHLIGHTS
- लंबी बीमारी के उपचार वाली दवाओं की बनाई जा रही लिस्ट
- 100 प्रकार की दवाओं को सस्ता करने की योजना
- कुछ दवाओं पर ट्रेड मार्जिन कैंप को लागू करने की तैयारी
Source : News Nation Bureau