E-SHRAM CARD : मोदी सरकार की ई-श्रम कार्ड (e-Shram Card) योजना इन दिनो काफी चर्चा में है. चर्चा का कारण इस लिए भी है, क्योंकि किसी सरकार ने पहली बार देश के असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों की सुध ली है. इस योजना के अंतर्गत सरकार असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का डाटा तैयार कर रही है, ताकि उनके नाम, स्थान और संख्या की सटीक जानकारी हाथ लग सके. ई श्रम योजना का एक उद्देश्य भविष्य में ऐसे श्रमिकों के लिए कोई खास स्कीम शुरू करना भी है, जो असंगठित क्षेत्र से जुड़े हैं साथ ही सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चि करना सरकार की प्राथमिका में है.
उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों मे चल रही इस योजना से अब तक लाखों करोड़ों लोग जुड़ चुके हैं. अगर हम उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां योगी सरकार ने पहली किस्त के रूप में लगभग डेढ़ करोड़ श्रमिकों के बैंक अकाउंट में 1000 रुपए की धनराशि डाल दी है. इस बीच बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं, जिनके खाते में ई श्रम योजना की पहली किस्त नहीं आई है. इस योजना में लाखों ऐसे श्रमिक भी शामिल हैं, जिनको एक हजार रुपए की राशि भेज तो दी गई है, लेकिन उनको प्राप्त नहीं हुई है. ऐसे में घबराने की कोई जरूरत नहीं है. इस तरह की शिकायतों के बाद जांच में सामने आया है कि लाखों मजदूरों का बैंक अकाउंट सही तरह से इस योजना के साथ लिंक नहीं किया गया है.
ऐसे श्रमिकों की संख्या बहुत ज्यादा है, जिन्होंने अपने विवरण में बैंक की खाता संख्या और बैंक का आईएफएससी (IFSC) कोड ही गलत डाला है. यही वजह कि योजना के अंतर्गत उनके नाम का सही से सत्यापन नहीं हो पा रहा है, जिसकी वजह से उनकी राशि अटकी हुई है. अगर आपको योजना का लाभ उठाना है तो सबसे पहले आप अपना बैंक अकाउंट अच्छे तरह से चेक करें. इसके साथ सही सही बैंक जानकारी के साथ अपना फिर से पंजीकरण भी करा सकते हैं.
Source : News Nation Bureau