Employees Provident Fund Organization-EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सदस्यों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. EPFO वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दर (Interest Rate) तय करने के लिए 4-5 मार्च 2022 को गुवाहाटी में बैठक करेगा. बता दें कि ईपीएफओ बोर्ड (EPFO Latest News) ने पिछले साल मार्च में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 8.5 फीसदी ब्याज दर की सिफारिश की थी. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए तय की गई दर पिछले 8 साल में सबसे कम थी. EPFO ने अपने सब्सक्राइबर्स के अकाउंट में वित्त वर्ष 2021 के लिए ब्याज दर जमा करना शुरू कर दिया था.
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8 साल के निचले स्तर पर ब्याज दर
वित्त वर्ष 2020-21 में 23.59 करोड़ खातों में 8.5 फीसदी ब्याज जमा किया जा चुका है. मौजूदा समय में ईपीएफओ के पास 6.7 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर और 6.9 लाख योगदान करने वाले प्रतिष्ठानों का सक्रिय ग्राहक आधार है. बता दें कि ईपीएफओ ने वर्ष 2019-20 के लिए भविष्य निधि जमाओं पर ब्याज दर को घटाकर 8.5 प्रतिशत कर दिया था, जबकि 2018-19 में यह दर 8.65 प्रतिशत थी. ईपीएफओ ने वर्ष 2016-17 में अपने ग्राहकों को 8.65 प्रतिशत ब्याज दिया था, जबकि 2017-18 में 8.55 प्रतिशत ब्याज दिया गया था. इससे पहले 2015-16 में ब्याज दर 8.8 प्रतिशत से कुछ अधिक थी. इसने 2013-14 के साथ-साथ 2014-15 में 8.75 प्रतिशत ब्याज दिया था, जो 2012-13 के 8.5 प्रतिशत से अधिक था। इससे पहले ईपीएफओ ने 2011-12 में भविष्य निधि पर 8.25 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया था.
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आज यानी बुधवार को वित्त निवेश और लेखा परीक्षा समिति (FIAC) की बैठक बोर्ड के अकाउंट्स और अब तक के निवेश से होने वाली कमाई पर चर्चा हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सरकार की ओर से ईपीएफओ की इन्क्रीमेंटल इनकम में से 5 फीसदी तक अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड्स (AIF) में निवेश करने का प्रस्ताव दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- ब्याज दर तय करने के लिए 4-5 मार्च 2022 को गुवाहाटी में बैठक
- वित्त वर्ष 2020-21 में 23.59 करोड़ खातों में 8.5 फीसदी ब्याज जमा