वॉलमार्ट (Walmart) के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने किराना (Grocery) सामान की डिलीवरी डेढ़ घंटे के भीतर करने की घोषणा की. कंपनी तेजी से बढ़ते भारतीय खुदरा बाजार में अमेजॉन डॉट कॉम और अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी जियोमार्ट (JioMart) से मुकाबले के तहत यह कदम उठा रही है. फ्लिपकार्ट के उपाध्यक्ष संदीप कारवा ने कहा कि कंपनी की स्थानीय स्तर पर त्वरित डिलीवरी सेवा फ्लिपकार्ट क्विक (Flipkart Quick) के तहत 90- मिनट के भीतर किराना सामान के साथ ही ताजी सब्जियों, मांस और मोबाइल फोन भी पहुंचाया जायेगा.
यह सेवा शुरू में बेंगलूरू में चुनींदा स्थानों पर उपलब्ध होगी और उसके बाद वर्ष के अंत तक इसका विस्तार देश के छह बड़े शहरों तक कर दिया जायेगा.
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2025- 26 तक खुदरा बाजार 1,300 अरब डालर तक पहुंच जाने का अनुमान
भारत का खुदरा बाजार वर्तमान में 950 अरब डालर का आंका गया है और 2025- 26 तक इसके 1,300 अरब डालर तक पहुंच जाने का अनुमान है. इसमें ई-वाणिज्य कारोबार 78 अरब डालर रहने का अनुमान है जिसके 2025 तक 100 अरब डालर तक पहुंचने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है. इसमें किराना सामान का कारोबार सबसे नई श्रेणी है जिसमें ई- वाणिज्य कंपनियां शुरुआत कर रही हैं. अमेजॉन किराना सामान के लिये त्वरित डिलीवरी सेवा की पेशकश करती है. इस वर्ग में अलीबाबा के समर्थन वाली बिग बास्केट और मुकेश अंबानी की जियो मार्ट के साथ प्रतिस्पर्घा है. जियो मार्ट व्हट्सऐप का इस्तेमाल करते हुये ग्राहकों को स्थानीय किराना दुकानों से जोड़ने का काम कर रही है. कोरोना वायरस महामारी के बीच सामानो की आनलाइन डिलीवरी ने काफी जोर पकड़ा है.
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जियोमार्ट के इस काम में उतरने से प्रतिस्पर्धा और तेज होने की उम्मीद है. लॉकडाउन के कारण आफलाइन कारोबार करने वालों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है ऐसे में ऐसे कारोबारी भी डिजिटल प्लेटफार्म के साथ जुड़ने को लेकर गंभीर हैं. गोल्डमैन साक्स की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत का ई- कामर्स कारोबार 2024 तक साल दर साल 27 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 99 अरब डालर पर पहुंच जाने का अनुमान है. इस वृद्धि में किराना और फैशन परिधानों की बढ़ती बिक्री का अहम योगदान होगा.