अगर आप अपने केबल ऑपरेटर या डीटीएच सर्विस (DTH Service) प्रोवाइडर की सर्विस से खुश नहीं हैं और सर्विस प्रोवाइडर बदलते हैं तो उन्हें आने वाले समय मे नया सेट टॉप बॉक्स (Set top box) लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ट्राई (TRAI) ने केबल टीवी ऑपरेटर और डीटीएच के सर्विस प्रोवाइडर आदेश दिया है कि ग्राहकों को ऐसा सेट टॉप बॉक्स दे जो इंटरओपेराबिलिटी को सपोर्ट करे.
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ट्राई ने सूचना प्रसारण मंत्रालय से इसे लेकर केबल एक्ट में संशोधन का सुझाव दिया है. ग्राहकों को ऑपरेटर बदलने पर नया सेट टॉप बॉक्स लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ग्राहक मोबाइल पोर्टिबिलिटी की तरह डीटीएच पोर्टिबिलिटी का मजा ले सकेंगे. दरअसल अलग-अलग केबल टीबी और डीटीएच ऑपरेटर अपने ग्राहकों को अपना सेट टॉप बॉक्स देते हैं. ऐसे में उन्हें किसी अन्य ऑपरेटर का प्लान पसंद आने पर नया सेट टॉप बॉक्स लेना पड़ता है जो काफी महंगा होता है.
ट्राई इस सुविधा को पिछले साल के अंत तक ही शुरू करना चाहता था लेकिन किसी कारणवश यह योजना पूरी नहीं हो पाई. अब नए सिरे से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. ट्राई ने प्रसारकों की आलोचना करते हुए कहा कि अलग-अलग चैनलों के मूल्य की तुलना में समूह पर छूट की पेशकश पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं होने से समूह पर भारी छूट देकर इसका दुरुपयोग किया जा रहा है.
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ट्राई ने एक बयान में कहा, 'नए रेग्यूलेटरी फ्रेमवर्क के तहत प्रसारकों द्वारा घोषित शुल्क से जाहिर है कि चैनलों के समूह (बुके) पर छूट अलग-अगल चैनलों के शुल्कों के योग का 70 फीसदी तक है. इससे जाहिर होता है कि चैनलों के समूह के लिए छूट की पेशकश पर कोई प्रतिबंध नहीं होने की वजह से प्रसारक अलग-अलग चैनलों का भ्रामक शुल्क रखता है जिससे उपभोक्ताओं की अलग-अलग चैनलों की पसंद पर प्रभाव पड़ता है.
Source : News State