काफी दिनों से आयुष्मान कार्ड (ayushman card) बनवाने के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने वालों के लिए अच्छी खबर (Good News) है. अब वे अपने गांव में ही राशन की दुकान पर कार्ड बनवा सकेंगे. शुरुवाती दौर में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)के कुछ जिलों में ही इसे शुरु किया गया है. जानकारी के मुताबिक जल्द ही पूरे देश मे इसे लागू करने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. आपको बता दें कि इसके लिए वीएलई को अधिकृत किया गया है. वीएलई को कोटे की दुकान पर बैठ कर आयुष्मान कार्ड बनाना होगा. साथ ही कार्ड बनवाने आने वाले लोगों की पात्रता की जांच भी करनी होगी. नए नियम से लोगों को पीएचसी के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल जाएगी.
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विभागीय जानकारी के मुताबिक ये नियम सिस्टम में पारदर्शीता लाने के लिए किया गया है. क्योंकि मीडिया में काफी खबरें छप रही थी कुछ अपात्र लोग संबंधों के बेस पर आयुषमान कार्ड बनवा रहे हैं. जिसके चलते पात्र लोगों के कार्ड नहीं बन रहे हैं. समस्या को ध्यान में रखते हुए हेल्थ विभाग इसके नियमों में कुछ बदलाव करने जा रहा है. ताकि पात्र लोगों के भी कार्ड बन सकें. साथ ही फर्जीवाड़े पर लगाम लग सके. नए नियम के तहत वीएलई की अहम भूमिका हो जाएगी. बैठक में स्पष्ट किया गया कि जो वीएलई अपेक्षित कार्ड नहीं बनाएंगे उनका लाइसेंस भी रद्द किए जा सकता है. राशन कार्ड वितरण के साथ ही सभी लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक शुरुवात में उत्तर प्रदेश की बात करें तो गोरखपुर, लखनऊ, प्रयागराज में यह व्यवस्था शुरु की गई है. बताया जा रहा है जल्द ही अन्य जिलों में यही व्यवस्था शुरू की जाएगी. विभागीय अधिकारी तो दबी जुबान से यहां तक कह रहे हैं कि व्यवस्था और फर्जीवाड़ा शुरु हो जाएगा. क्योंकि राशन डीलर अपने लोगों के कार्ड बनवा देगा. जिससे पात्र लोग छूट जाएंगे.
HIGHLIGHTS
- शुरुवात में यूपी के कुछ जिलों में शुरु की गई व्यवस्था
- पहले आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थी को काटने पड़ते थे चक्कर
- अब वीएलई को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए किया गया अधिकृत
Source : News Nation Bureau