PM Matritva Vandana Yojana: अलग-अलग राज्य ही नहीं बल्कि केन्द्र सरकार भी देश की गरीब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है. आपको बता दें कि बच्चे की देखभाल करने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना चलाई हुई है. योजना की शुरुआत तो सरकार ने दो साल पहले ही कर दी थी. लेकिन जानकारी के अभाव में आज भी पात्र महिलाएं सरकारी स्कीम का लाभ नहीं ले पा रही हैं. जानकारी के मुताबिक गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली सभी महिलाएं पीएम मातृत्व योजना के लिए पात्र मानी जाएंगी.
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बच्चे की देखभाल को मिलेंगे पैसे
दरअसल, सरकार ने प्रधानमंत्री मातृत्व योजना (PM Matritva Vandana Yojana) ऐसी महिलाओं के लिए शुरू की थी. जिन महिलाओं के पास कोई रोजगार नहीं है. साथ ही वे गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करती हैं. महिलाओं बच्चे की देखभाल के लिए 6000 रुपए की धनराशि दी जाती है. ताकि महिला का बच्चा कूपोषण का शिकार न हो. स्कीम के तहत केन्द्र सरकार ये पैसा महिलाओं के खाते में तीन किस्तों में ट्रांसफर ( installments)करती है. ताकि छोटे बच्चों वाली महिला को खाने-पीने की तंगी न आ सके...
सिर्फ महिलाओं को दिया जाता है लाभ
आपको बता दें कि केन्द्र सरकार की इस योजना का लाभ सिर्फ महिलाओं को दिया जाता है. PMMVY Scheme के तहत उन बेरोजगार महिलाओं की मदद की जाती है. साथ ही जिन महिलाओं ने पहली बार गर्भधारण किया है. ऐसी महिलाएं योजना का लाभ लेने के लिए पात्र मानी जाती हैं.. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत 1 जनवरी 2017 को हुई थी. इसको प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना के नाम से भी जाना जाता है. योजना का उद्देश्य मां और बच्चे दोनों की अच्छे से देखभाल करना है. ताकि गर्भवस्था के दौरान महिला के खान-पान संबंधी कोई परेशानी न आए..
HIGHLIGHTS
- केन्द्र सरकार की योजना के तहत पूरे देश की महिलाएं ले सकती हैं योजना का लाभ
- कुछ जरूरी डॅाक्यूमेंटेशन के बाद कर सकती हैं योजना के लिए आवेदन
Source : News Nation Bureau