इन दिनों पेट्रोल डीजल की कीमतें तेजी से बढ़ती जा रही हैं. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान तो तेल की कीमतों में बड़ा इजाफा देखने को मिला है. ऐसे में सरकार की ओर से भी कोई राहत नहीं देखने को मिल रही है. हालात ऐसे हैं कि लोगों ने अपनी गाड़ियां घरों पर खड़ी कर कार पूलिंग और मेट्रो का विकल्प चुन लिया है. पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों की मार से त्रस्त जनता को कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में हम आपके लिए एक ऐसी गुड न्यूज लाए हैं, जिसको सुनकर आप खुशी से उछल पड़ेंगे.
दरअसल, खबर यह है कि हाल ही में वैज्ञानिकों ने पानी से चलने वाली कार का फॉमूला खोज निकाला है. सबसे बड़ी बात यह है कि पानी से चलने वाली ऐसी ही कार अपने देश भारत भी पहुंच चुकी है. खबर है कि जल्द ही इस कार को आम जनता के लिए बाजार में उतार दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ( Union Road Transport and Highway Minister Nitin Gadkari ) ने खुद इस बात की पुष्टि की है.
नितिन गड़करी चलाएंगे पहली कार
आपको बता दें कि भारत अपनी कुल खपत का 80 प्रतिशत पेट्रोल डीजल बाहरी देशों से आयात करता है. यही वजह है कि तेल निर्यातक देशों में होने वाली छोटी से छोटी घटना का असर भारत में तेल के दामों पर पड़ता है. ऐसे में भारत सरकार लंबे समय से तेल के आयात पर निर्भरता कम करने का विकल्प तलाश रही है. इस क्रम में सरकार पिछले कई सालों से बायोएथेनॉल और ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी ( green hydrogen ) पर काम कर रही थी. सरकार को इस दिशा में बड़ी सफलता हाथ लगी है.
फॉर्मूला चेक करने के लिए भारत सरकार ने फिलहाल ग्रीन हाइड्रोजन से दौड़ने वाली एक कार मंगवाई है. एक निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में नितिन गडकरी ने बताया कि ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली पहली कार दिल्ली पहुंच चुकी है. हालांकि लोगों के लिए इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल है, लेकिन मैं ही इस कार की पहली सवारी करुंगा.
पानी से कैसे चलेगी कार?
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाले वाहनों में पानी का यूज किया जाता है. गडकरी ने बताया कि यह एक फॉर्मूला है, जिसमें पानी से ऑक्सीजन और हाइड्रोजन को अलग किया जाता है और ग्रीन हाइड्रोजन को तैयार किया जाता है. खबर तो यहां तक हे कि भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, ONGC और NTPC जैसी बड़ी भारतीय कंपनियों ने ग्रीन हाइड्रोजन निर्माण भी शुरू कर दिया है.
Source : News Nation Bureau