अगर आप अपने बुजुर्ग माता-पिता, दादा-दादी या फिर नाना-नानी के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) की खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं तो आपको सिर्फ इंश्योरेंस कवरेज हीं इसके प्रीमियम के नफे नुकसान के बारे में भी जानना चाहिए. जानकारों का कहना है कि किसी व्यक्ति की आयु 60 वर्ष के आस-पास है तो उसकी कुल बीमित राशि का 2.5 फीसदी तक ही प्रीमियम रखना चाहिए. वहीं अगर आयु 80 साल तक है तो कुल बीमा सम एश्योर्ड राशि का 9 फीसदी तक प्रीमियम दिया जा सकता है. जानकारों का कहना है कि अगर आप इससे ज्यादा प्रीमियम जमा कर रहे हैं तो यह इंश्योरेंस आपके लिए महंगा है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पॉलिसीबाजार के हेल्थ बिजनेस के प्रमुख अमित छाबड़ा का कहना है कि अधिकतर मामलों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रीमियम बीमा राशि के 10 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए. जानकारों का कहना है कि उम्र के साथ पॉलिसी सस्ती या फिर महंगी हो सकती है. पॉलिसी में शामिल राइडर और सुविधाओं की वजह से पॉलिसी की कीमतों में अंतर होता है. एक अनुमान के मुताबिक 75 साल के व्यक्ति के लिए 10 लाख रुपये इंश्योरेंस पॉलिसी 27,000 रुपये में और सबसे महंगी पॉलिसी 99,000 रुपये में मिल सकती है. बता दें कि ऐसी पॉलिसी जिसमें कोपेमेंट (Copayment) जैसी शर्तें नहीं रहती हैं उन पॉलिसी का प्रीमियम अधिक रहता है.
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वहीं अगर किसी सीनियर सिटीजन को पहले से किसी तरह की कोई हेल्थ प्रॉब्लम है तो भी प्रीमियम महंगा हो सकता है. हालांकि कंपनियों की ओर से ऐसा कोई मानक नहीं बनाया गया है कि लेकिन तकरीबन हर तीन साल में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (Health Insurance Policy) के प्रीमियम में करीब 15 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाती है.
HIGHLIGHTS
- पहले से किसी तरह की कोई हेल्थ प्रॉब्लम है तो प्रीमियम महंगा हो सकता है
- तकरीबन हर तीन साल में प्रीमियम में करीब 15 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाती है