Holi Tips 2024: इन दिनों पूरा देश होली के त्योहार का इंतजार कर रहा है. आज से सिर्फ 19 दिन बाद रंगों का महापर्व होली मनाया जाएगा. सनातन धर्म में होली का विशेष महत्व है. लेकिन कई लोग बुरी आदतों को चलते पूरे त्योहार बेकार कर देते हैं. होली के टाइम पर कई ऐसी आदतें व परम्पराएं हैं. जिनका मनुष्य जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए ऐसी आदतों से बचना चाहिए. क्योंकि इन परम्पराओं के चलते कई बार होली के रंग में भंग भी पड़ जाता है. कई बार तो इन परम्पराओं की वजह से जीवनभर तक का कलंक लग जाता है. आइये जानते हैं कौनसे काम होली पर नहीं करने चाहिए...
नशा करने से बचें
दरअसल, वर्तमान में होली का मतलब लोगों ने नशा करना ही मान लिया है. इस दिन 90 प्रतिशत लोग नशे में चूर होकर एक दूसरे को रंग लगाते हैं. जिसकी वजह से कई बार मन-मुटाव व दुश्मनी पैदा हो जाती है. जिसे हम पूरे जीवन भी नहीं भूला पाते. यही नहीं कई ऐसीकई बार अनहोनी हो जाती है जिससे पारिवारिक जीवन में भी काफी कष्ट आपको झेलना पड़ता है. इसलिए होली रंगों से खेलें. नशे से जहां तक हो बचना ही ठीक माना जाता है. क्योंकि होली मस्ती में कोई विघ्न न पड़े. इसके लिए रंगों के साथ होली मनाएं. साथ ही हो सके तो परिवार के साथ ही होली खेलें.
जबरन रंग लगाना गलत
होली अबीर गुलाल व रंगों का त्योहार है. लेकिन कई लोगों को रंगों से परहेज होता है. इसलिए वे रंगों से बचते हैं.पर होली की मस्ती में कई लोग रंग लगाने से बाज नहीं आते.जिसके चलते झगड़ा तक हो जाता है. इसलिए कोशिश करें कि जो लोग रंग लगवाना न चाहें. उन्हें जबरन रंग न लगाएं. क्योंकि किसी को परेशान करके खुशी मनाना गलत बात है. इसलिए इस होली पर इस तरह की आदतों को भी बदल डालें.
होलिका दहन
24 मार्च को इस बार होलीका दहन किया जाएगा. लेकिन कई लोग परम्पराओं को मानते हुए इसमें कुछ भी जलाते हैं. जिससे प्रदूषण होता है. इसलिए याद रहे होलिका दहन में कपड़े, सोफा, प्लास्टिक आदि न जलाएं.ताकि लोगों को परेशानी न हो. क्योंकि देश में वैसे ही काफी प्रदूषण काफी होता है. इसलिए होलीका दहन के लिए लकड़ियां या उपले ही जलाएं ताकि किसी को भी कोई परेशानी न हो.
पानी की बरबादी
पानी की बरबादी को लेकर भी होली पर काफी बाते होंती हैं. क्योंकि कई लोग समर सेबिल चलाकर छोड़ देते हैं. साथ ही रंग न लगाकर सीधे पानी से ही होली खेलते हैं. ऐसे लोगों के लिए सलाह है कि वे जरूरत के हिसाब से ही पानी लें. ताकि पानी की बरबादी बच सके. ज्यादा होली अबीर गुलाल से मनाए.क्योंकि पहले रंग घोलने में पानी की बरबादी होती है. उसके बाद उसे छुटाने में काफी पानी खर्च होता है. इसलिए जितना हो सकें. कम से कम पानी से होली खेलें.
HIGHLIGHTS
- इस बार 25 मार्च को मनाया जाएगा रंगों का महापर्व होली
- विशेषज्ञ बुरी आदतों से बचने की दे रहे सलाह, आपके लिए होगी उपयोगी
- परिवार के साथ मनाए होली, रंग में भंग न पड़े इसके लिए ये करें
Source : News Nation Bureau