कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे के चलते आमजान को काफी परेशानियां हो रही हैं. जहां एक ओर यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है, वहीं दूसरी ओर इससे भारतीय रेलवे की ट्रेनें और कई उड़ानों की रफ्तार धीमी पड़ गई है. खबर है कि, कोहरे की चपेट में आने से, उत्तर भारत में ट्रेनें 12-12 घंटे की देरी से संचालन कर रही हैं. वहीं कुछ ट्रेनों को तो रद्द कर दिया गया है. इससे जुड़ी जानकारी देते हुए भारतीय रेलवे ने बताया कि, आज यानि 4 जनवरी को दिल्ली आने वाली करीब 26 ट्रेनें देरी से चल रही हैं, वहीं कल के दिन तकरीबन 30 से ज्यादा ट्रेनों के संचालन पर प्रभाव पड़ा है. ऐसे में यात्रियों को काफी ज्यादा परेशानी पेश आ रही है...
गौरतलब है कि, सोशल मीडिया पर लोग अब इसकी काफी ज्यादा शिकायत कर रहे हैं. कुछ लोग तो भारतीय रेलवे से ट्रेन लेट होने या रद्द होने पर रिफंड की मांग भी कर रहे हैं. ऐसे में यहां सवाल है कि, क्या वाकई में भारतीय रेलवे ऐसी स्थिति में रिफंड करता है.. अगर हां, तो फिर इसे कैसे लिया जा सकता है. चलिए जानें...
कैसे मिलता है रिफंड...
दरअसल, अगर किसी यात्री के पास कंफर्म, आरएसी या वेटिंग लिस्ट टिकट है, और ट्रेन तीन घंटे से अधिक लेट चलती है, जिससे वो ट्रैवल नहीं करने का फैसला करता है, तो उसे फुल रिफंड मिल सकता है. इसमें भी अगर आपके पास, ऑनलाइन टिकट, यानि ई-टिकट है, तो आपको पूरा रिफंड पाने के लिए टीडीआर भरना होगा, जोकि ट्रेन रवाना होने से पहले भरना होता है. ई-टिकट के लिए रिफंड का पैसा आमतौर पर 3 से 7 वर्किंग-डे में मिल जाता है. यह अमाउंट आपको टिकट बुकिंग के समय पेमेंट करने लिए उपयोग किए गए बैंक अकाउंट में भेज दिया जाता है. वहीं अगर किसी यात्री ने रिजर्वेशन काउंटर से टिकट खरीदा है, तो आपको पूरा रिफंड पाने के लिए अपना टिकट कैंसिल करना होगा.
Source : News Nation Bureau