अगर आप प्लॉट खरीदने जा रहे हैं तो आपके लिए यह काम की खबर है. अब जमीन बेचने वाले आपको गुमराह नहीं कर सकते. सिर्फ एक नंबर (Standard Unique Land Parcel Number) के जरिए प्लॉट के बारे में सारी जानकारी आ हासिल कर सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे आधार नंबर (Aadhaar) के जरिए आपकी पूरी जानकारी पता की जा सकती है.
यह भी पढ़ेंः छठ पूजाः यूपी-बिहार के यात्रियों के लिए एक अच्छी और एक बुरी खबर, ट्रेनें फुल पर ऐसे मिलेगा कन्फर्म टिकट
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने स्टैंडर्ड यूनीक लैंड पार्सल नंबर (Standard Unique Land Parcel Number) के सिस्टम पर काम शुरू कर दिया है. जिससे अब आधार (Aadhaar) की तरह आपके प्लॉट या जमीन को भी एक नबंर मिलेगा. अब हर जमीन को एक यूनीक आइडेंटिटी नंबर (UID) दिया जाएगा. इससे हर तरह के जमीन विवाद से निपटने में मदद मिलेगी.
यह भी पढ़ेंः बाप के बनाए गए कानून के फंदे में फंस गया बेटा, जानें क्या है पब्लिक सेफ्टी एक्ट
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह नंबर सर्वे किए गए प्रत्येक जमीन को दिया जाएगा. यूनीक आइडेंटिटी नंबर (Standard Unique Land Parcel Number) में प्लॉट का साइज, मालिकाना हक के विवरणों सहित राज्य, जिला, तहसील, तालुका, ब्लॉक और सड़क की जानकारी होगी.
बाद में आधार से लिंग होगा यूआईडी
यूनीक लैंड पार्सल नंबर (Standard Unique Land Parcel Number) को बाद में आधार और रेवेन्यू कोर्ट सिस्टम से लिंक किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक सभी जमीनों को यूनीक आइडेंटिटी नंबर देने से जमीन की खरीद-फरोख्त में आसानी होगी.
यह भी पढ़ेंः जानें क्यों नहीं हो सका उत्तर प्रदेश का 4 राज्यों में बंटवारा, किसने कहां लगाया अड़ंगा
प्रॉपर्टी के टैक्स से जुड़े मामलों में भी मदद मिलेगी. इसके अलावा किसी भी सरकारी योजना के लिए जमीन अधिग्रहण का रास्ता और आसान हो जाएगा.
यह भी पढ़ेंः वैष्णो देवी का दर्शन करने वालों के लिए खुशखबरी, दिल्ली से कटरा की यात्रा अब 8 घंटे में, जल्द दौड़ेगी वंदे भारत एक्स्प्रेस
बता दें कि देशभर में जमीन के रिकॉर्ड का डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया चालू है. प्रत्येक राज्य में डिजिटलाइजेशन का काम चल रहा है. इससे एक क्लिक पर आपको आपकी जमीन का नक्शा मिल जागा. भू-नक्शे अपलोड होने से गांवों की जनता को खासा लाभ मिलेगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो