भारतीय रेलवे (Indian Railway) में रोजाना करोड़ों लोग यात्रा करते हैं. अगर घर हो या दफ्तर जाने के लिए ट्रेनों की सुविधाएं हैं तो ज्यादातर लोग रेलवे माध्यम को ही अपनानते हैं. लोग अपने आजीविका के लिए भी रेलवे पर निर्भर रहते हैं. ऐसे यात्रियों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. खासकर ट्रेनों में लंबी दूरी की यात्रा करने वाले उन यात्रियों के लिए बुरी खबर है, जो भारतीय रेलवे की तरफ से फिर से तकिया, कंबल, चादर आदि मिलने का इंतजार कर रहे हैं.
इसे लेकर हाल में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी दी है. संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री ने बताया कि अभी कोरोना वायरस का खतरा कम नहीं हुआ है. कोरोना महामारी के खतरों को देखते हुए इंडियन रेलवे ने ट्रेनों में चादर, तकिया, कंबल आदि देना बंद कर दिया था. फिलहाल रेलवे की ओर से अभी यह सेवा शुरू नहीं की जा रही है.
आपको बता दें कि पिछले वर्ष मार्च से इंडियन रेलवे ने ट्रेनों में यात्रियों को चादर, तकिया, कंबल देना बंद कर दिया था. साथ ही रेलवे ने ट्रेनों में ऑन-बोर्ड कुकिंग की सुविधाएं बंद कर दी थीं और यात्रियों को केवल पैकेज्ड फूड ही दिए जा रहे थे. हालांकि, कुछ प्रीमियम ट्रेनों में अब फिर से ऑन-बोर्ड कुकिंग की शुरुआत की गई है, लेकिन अभी भी अधिकतर ट्रेनों के यात्रियों को पैकेज्ड फूड ही मिल रहा है.
हालांकि, अभी एसी कोच में यात्रा करने वाले लोगों को डिस्पोजेबल बेडरॉल किट उपलब्ध कराए जा रहे हैं, लेकिन यात्रियों को अलग से इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है. रेल मंत्री के बयान से स्पष्ट हो गया है कि ट्रेनों में लोगों को अभी खुद ही चादर, तकिया, कंबल आदि ले जाना पड़ेगा या इन चीजों के लिए उन्हें अलग से पैसे देने पड़ेंगे.
Source : News Nation Bureau