Indian Railway: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (National Capital Region Transport Corporation-NCRTC) और रक्षा उत्पादन करने वाले सरकारी उपक्रम भारत इलेक्ट्रानिक्स लि. (Bharat Electronics-BEL) ने एक करार किया है जिसके तहत रेलवे (Railway) ओर मेट्रो रेल (Metro Train) के प्लेटफार्मों पर यात्रियों को पटरी पर गिरने से बचाने के लिए स्वत: खुलने बंद होने वाले फाटक की जालियों का विकास भारत में किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: 1 जनवरी 2021 से पुराने वाहनों के लिए भी जरूरी हुआ फास्टैग
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत विकास करने का लिया गया फैसला
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत इसका विकास करने का निर्णय किया गया है. एनसीआरटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि पीएसडी (प्लेटफार्म स्क्रीन (जाली) के दरवाजे) अभी बाहर से मंगाए जाते है. इस करार से आत्मनिर्भर भारत पहल को बढावा मिलेगा. एनसीआरटीसी इस समय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में क्षेत्रीय द्रुत रेल यात्रा प्रणाली का निर्माण कर रही है. यह देश में इस तरह की पहली परियोजना है.
यह भी पढ़ें: Indian Railway: दीपावली और छठ के लिए स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल जारी, यहां देखें लिस्ट
दिल्ली और मेरठ के बीच 82 किलोमीटर की इस परियोजा में साहिबाबाद से दुहाई के बीच का पहला 17 किलो मीटर का खंड 2023 तक और पूरी परियोजना 2025 तक चालू हो जाएगी. दिल्ली मेंट्रो के कई स्टेशनों के प्लेटफार्म पर इस तरह की स्वचालित दरवाजों वाली जालियां स्थापित है.