अगर आप रेलवे में नौकरी का सपना देख रहे हैं तो ये खबर आपको थोड़ा दुखी कर सकती है. क्योंकि उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन में आने वाले दिनों में नॉन सेफ्टी कैटेगरी के दस हजार से ज्यादा पदों का सरेंडर किया जा सकता है. प्रयागराज, झांसी एवं आगरा मंडल में जो पद सरेंडर किए जाने हैं उसकी मुख्यालय स्तर पर सूची बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जानकारी के मुताबिक इसी माह 31 मई को सरेंडर होने वाले पदों की सूचि भेज दी जाएगी. आपको बता दें कि रेलवे बोर्ड द्वारा 20 मई को एनसीआर समेत सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को एक पत्र जारी किया गया था. जिसमें पत्र के माध्यम से गैरसंरक्षा श्रेणी के 50 फीसदी पदों को तत्काल समाप्त करने को कहा गया है.
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जानकारी के मुताबिक रेलवे बोर्ड की डायरेक्टर एमपीपी रेनू यादव द्वारा जारी गए किए पत्र में कहा गया है कि सभी जोनल रेलवे व रेल उत्पादन इकाइयां 31 मई तक 50 फीसदी पद समाप्त कर अनुपालन रिपोर्ट बोर्ड को भेजें. साथ ही नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के जोनल महामंत्री आरडी यादव बताते हैं कि एनसीआर में 21,500 पद गैरसंरक्षा श्रेणी के हैं। अगर 50 फीसदी पद सरेंडर किए जाते हैं तो यह आंकड़ा दस हजार से ऊपर का होगा. उन्होंने कहा कि सरकार भले ही यह दावा कर रही है कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा, लेकिन जो उसकी पॉलिसी है उससे यही स्पष्ट हो रहा है कि निजीकरण की तरफ कदम बढ़ गए हैं.
भविष्य में भी नहीं होगी भर्ती
वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि बोर्ड ने कई सेवाओं को आउटसोर्स करने के भी निर्देश दिए हैं. चर्चा यह भी है कि अब टाइपिस्ट, सहायक कुक, बिल पोर्टर, सेनेटरी हेल्पर, माली, दफ्तरी, कारपेंटर, पेंटर, गार्डनर, असिस्टेंट सेल्समैन, कैटरिंग असिस्टेंट, वॉलमैन सहित कई पदों को खत्म कर इन पदों पर कार्यरत स्टाफ को अन्य विभागों में भेज दिया जाएगा. साथ ही भविष्य में इन पदों पर रेलवे आगे भर्ती भी नहीं करेगा.
Source : News Nation Bureau