Indian Railway-IRCTC: इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन द्वारा चलने वाली 1.5 किलोमीटर लंबी दुनिया की पहली डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन (Double Stack Long Haul Container Train) का वीडियो सामने आ चुका है. केंद्रीय रेल मंत्री (Railway Minister) पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने ट्वीट के जरिए कहा है कि भारतीय रेलवे ने वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) पर पहली बार दो इलेक्ट्रिक लोको का उपयोग करके डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन का ट्रायल रन किया.
यह भी पढ़ें: रेल मंत्री पीयूष गोयल ने नया रेलवे माल पोर्टल लॉन्च किया, व्यापार में होगी आसानी
प्रधानमंत्री 7 जनवरी को डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन को झंडी दिखाकर करेंगे रवाना
पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे ने 2x25 केवी इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम का उपयोग करके डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन को चलाने का रिकॉर्ड बनाया है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 7 जनवरी 2021 को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के 306 किलोमीटर लंबेन्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड को देश को समर्पित करेंगे. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन द्वारा चलने वाली 1.5 किलोमीटर लंबी दुनिया की पहली डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन (Double Stack Long Haul Container Train) को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ राजस्थान एवं हरियाणा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहेंगे.
Indian Railways conducts trial run of Double Stack Long Haul Container Train using two electric locos for the first time on Western Dedicated Freight Corridor.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) January 5, 2021
With this, Railways has set a record for running double stack long haul train using 2x25 kv electric traction system. pic.twitter.com/aA8gBfu9Ad
यह भी पढ़ें: हवाई यात्रियों के लिए खुशखबरी, आगरा के लिए फिर से शुरू हो सकती है उड़ान सेवा
25 टन का बढ़ा हुआ एक्सल होगा लोड
डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन के परिचालन में 25 टन का बढ़ा हुआ एक्सल लोड होगा. इसे डीएफसीसीआईएल के लिए आरडीएसओ के वैगन विभाग द्वारा डिज़ाइन किया गया है. बीएलसीएस–ए और बीएलसीएस–बीवैगनों की प्रतिकृति के परिचालन के परीक्षण पूरे हो चुके हैं. यह डिजाइन क्षमता उपयोग और एक समान वितरित एवंस्थलवारलदान (पॉइंट लोडिंग) को अधिकतम स्तर पर ले जाएगा. कंटेनर इकाइयों के लिहाज सेडब्ल्यूडीएफसी पर एक लॉन्ग हॉल डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन में जुड़े ये वैगनभारतीय रेलवे की वर्तमान क्षमता की तुलना में चार गुना अधिक कंटेनर इकाइयों को ढो सकते हैं.
यह भी पढ़ें: भारतीय रेलवे ने रचा इतिहास, फ्री इलाज के लिए बनाई दुनिया की पहली हॉस्पिटल ट्रेन
डीएफसीसीआईएल भारतीय रेलवे की पटरियों पर 75 किलोमीटर प्रति घंटे की मौजूदा अधिकतम गति के मुकाबले 100 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से मालगाड़ियां चलाएगा. वहीं भारतीय रेलवे की लाइनों पर मालगाड़ियों की 26 किलोमीटर प्रति घंटे की मौजूदा औसत गति को बढ़ाकर डीएफसी पर 70 किलोमीटर प्रति घंटा भी किया जाएगा.
डब्ल्यूडीएफसी का न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड
पश्चिमी समर्पितमालवहन गलियारे(वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) का न्यू रेवाड़ी-न्यू मदार खंड हरियाणा (महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी जिलों में लगभग 79 किलोमीटर) और राजस्थान (जयपुर, अजमेर, सीकर, नागौर और अलवर जिलों मेंलगभग 227 किलोमीटर) में स्थित है. इसमें नौ नवनिर्मित डीएफसी स्टेशन शामिल हैं, जिनमें से छह- न्यू डबला, न्यू भगेगा, न्यू श्री माधोपुर, न्यू पचार मलिकपुर, न्यू सकून और न्यू किशनगढ़-क्रॉसिंग स्टेशन हैं, जबकि अन्य तीन- रेवाड़ी, न्यू अटेली और न्यू फुलेरा- जंक्शन स्टेशन हैं.
यह भी पढ़ें: Indian Railway 6 जनवरी से बढ़ाने जा रहा किराया, जानें कितना बढ़ेगा किराया
इस खंड के शुरू होने से राजस्थान और हरियाणा के रेवाड़ी- मानेसर, नारनौल, फुलेरा और किशनगढ़ इलाके में स्थित विभिन्न उद्योगों को लाभ होगा और यह काठुवास में स्थित कॉनकोर के कंटेनर डिपो के बेहतर इस्तेमाल को भी संभव बनायेगा. यह खंड गुजरात में स्थित कांडला, पिपावाव, मुंधरा और दाहेज के पश्चिमी बंदरगाहों के साथ निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करेगा. इस खंड के उद्घाटन के साथ, डब्ल्यूडीएफसी और ईडीएफसी के बीच निर्बाध संपर्कसंभव हो जायेगा। इससे पहलेप्रधानमंत्री द्वारा29 दिसंबर 2020 को ईडीएफसी के 351 किलोमीटर लंबे न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा खंड कोदेश को समर्पित किया गया था. (इनपुट पीआईबी)