राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (Indira Gandhi International Airport-IGI) ने प्रतीक्षा समय को कम करने, परिचालन क्षमता बढ़ाने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए यात्री प्रवाह का प्रबंधन करने के उद्देश्य से टर्मिनल-3 पर एक नई यात्री ट्रैकिंग प्रणाली शुरू की. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के अनुसार, हवाईअड्डे पर यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए कई इनोवेटिव उपाय पेश किए हैं.
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डायल ने एक बयान में कहा है कि उसने हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर एक्सओविस का पीटीएस सॉफ्टवेयर लगाया है, जिससे किसी भी समय हवाईअड्डे के किस क्षेत्र में कितने यात्री हैं और यात्रियों को कितना इंतजार करना पड़ रहा है, इसकी रीयल टाइम की जानकारी मिलती रहेगी. कोविड-19 प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में यात्री प्रवाह के बेहतर प्रबंधन और सामाजिक दूरी जैसे मानदंडों का पालन सुनिश्चित करने के लिए यह प्रभावी कदम के तौर पर देखा जा रहा है. महामारी के समय पर मास्क पहनना, हाथों की सफाई और सामाजिक दूरी को बनाए रखना एक नई सामान्य दिनचर्या बनी हुई है और यह तकनीक इसमें खासा फायदा पहुंचा सकती है.
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10 मिनट के भीतर भीड़ कम नहीं होने पर उच्चाधिकारियों के पास पहुंच जाएगा अलर्ट
टर्मिनल-3 दिल्ली हवाईअड्डे का अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल है. यहां प्रस्थान खंड के अलावा आगमन खंड में भी आव्रजन प्रक्रिया क्षेत्र में पीटीएस लगाया गया है. बयान में कहा गया है कि पीटीएस के लिए प्रस्थान क्षेत्र के सभी आठ प्रवेशद्वारों, सभी चेकइन काउंटरों, सुरक्षा जांच क्षेत्र और आव्रजन क्षेा में टर्मिनल की छतों पर सेंसर लगाए गए हैं. सेंसर हर यात्री के लिए स्क्रीन पर एक बिंदु बनाएगा. इस प्रकार किस क्षेत्र में कितने यात्री हैं और किस रफ्तार से प्रक्रिया पूरी हो रही है इसकी जानकारी मिलती रहेगी.
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एक्सोविस पीटीएस से टर्मिनल पर इंतजार का समय कम होगा. साथ ही, सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए यात्रियों के सुगम प्रबंधन में भी मदद मिलेगी. जिस क्षेत्र में भीड़ बढ़ेगी, वहां पहले संबंधित टीम को अलर्ट भेजा जाएगा और अगर 10 मिनट के भीतर भीड़ कम नहीं हुई तो प्रबंधन में शामिल उच्चाधिकारियों के पास अलर्ट पहुंच जाएगा.