केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ( Union Minister for Road Transport and Highways Nitin Gadkari ) ने आज यानी सोमवार को बड़ी घोषणा की है. नितिन गडकरी ने कहा कि अब जल्द ही किसानों की स्थिति में बड़ा सुधार होने वाला है. गडकरी ने आगे कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही पेट्रोल और डीजल ( petrol and diesel ) पर निर्भरता कम करने जा रही है. इस क्रम में बाहर से आने वाले पेट्रोल डीजल के आयात में कमी की जाएगी, जबकि इसकी एवज में अब इथेनॉल ( Ethanol ) को बढ़ावा दिया जाएगा. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि इससे किसानों के आर्थिक हालातों में काफी सुधार होगा.
वाहन निर्माताओं को सरकार के निर्देश
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत के पेट्रोलियम के आयात को ईंधन के रूप में बदलने और किसानों को प्रत्यक्ष लाभ प्रदान करने के लिए, भारत में ऑटोमोबाइल निर्माताओं को अब फ्लेक्स ईंधन वाहनों का निर्माण शुरू करने की सलाह दी गई है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "... और फ्लेक्स फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (FFV-SHEV) छह महीने की अवधि के भीतर समयबद्ध तरीके से BS-6 मानदंडों का पालन करेंगे."
किसानों को ऐसे होगा फायदा
आपको बता दें कि इथेनॉल एक प्रकार का अल्कोहल है. इसको पेट्रोल में मिलाकर वाहनों में ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार इथेनॉल का उत्पादन यूं तो मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है. इससे खेती और पर्यावरण दोनों को फायदा होता है. किसानों को इसका फायदा यह होगा कि ईंधन के रूप में इथेनॉल को हरी झंडी मिलने पर किसानों की फसलों की डिमांड बढ़ेगी और उनकी कीमतों में इजाफा होगा. आपको बता दें कि सरकार ने यहां वाहनों में 100 प्रतिशत इथेनॉल के इस्तेमाल की बात कही है.
Source : News Nation Bureau