केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ( Minister of Road Transport & Highways nitin gadkari ) ने कहा कि देश में पहली बार ऐसा है, जब हमारी चीनी सरप्लस है. हमारे देश में 240 लाख टल चीनी लगती है, पिछले साल 310 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ. इस बार 325 लाख टन चीनी होगी. इसलिए अगर चीनी सरप्लस होगी तो मांग और आपूर्ति के हिसाब से कई खरीद करेगा नहीं तो फिर किसान को कहां से गन्ना का सही भाव मिलेगा. इसलिए गन्ने से अब चीनी के अलावा इथेनॉल ( ethanol made by sugarcane juice ) बनाने का फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि खुशी की बात यह है कि गन्ने के रस से 100 प्रतिशत इथेनॉल बनाया जाएगा.
वर्तमान में बनता है साढ़े चार सौ पैंसठ करोड़ इथेनॉल
नितिन गडकरी ( nitin gadkari ) ने कहा कि देश में वर्तमान में बनता है साढ़े चार सौ पैंसठ करोड़ इथेनॉल बनता है, जबकि डिमांड चार हजार करोड़ लीटर इथेनॉल की है. ऐसे में यह डिमांड गन्ने से इथेनॉल बनाकर पूरी की जाएगी. इससे न केवल पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, बल्कि पेट्रोल और डीजल पर हमारी निर्भरता भी कम होगी. केंद्रीय परिवहन मंत्री ने बताया कि अभी देश में पेट्रोल और डीजल समेत पेट्रोलियम पदार्थों का आयात आठ लाख करोड़ रुपए का है, जो आने वाले पांच सालों में 25 लाख करोड़ का हो जाएगा.
ये 25 लाख करोड़ भारत की जनता का पैसा है, जो अब बाहर जाने की बजाए देश में ही काम आएगा.
इथेनॉल के निर्माण संबंधी फाइल पर हस्ताक्षर
नितिन गडकरी ने कहा कि परिहन मंत्री होने के नाते उन्होंने हाल ही में इथेनॉल के निर्माण संबंधी फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने बताया कि अब पेट्रोल और डीजल पर चलने वाले वाहनों के लिए फ्लेक्स इंजन बनेगा हालांकि इसकी कीमत वही रहेगी. यह टेक्नोलॉजी ब्राजील, कनाडा और अमेरिका में पहले से ही चलन में है.
Source : News Nation Bureau