केवीएस (Kendriya Vidyalaya Sangathan) ने अब माननीयों की इज्जत घटा दी है. ताजा जानकारी के मुताबिक अब सांसद और जिलाधिकारी (MP DM Quota Admission Ended)केन्द्रीय विद्यालयों में दाखिला नहीं करा सकेंगे. क्योंकि केवीएस ने इनका कोटा नए आदेशों तक खत्म करने का फैसला लिया है. बता दें कि इससे पहले किसी भी केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya Admission 2022) में सांसद और जिलाधिकारियों के लिए 10 सीटों का कोटा रहता था. अब केंद्रीय विद्यालय संगठन ने इस कोटे के तहत दिए जाने वाले दाखिलों पर रोक लगा दी है. साथ ही अगले निर्णय तक रोक लगी रहने पर ही सहमति बनी हैं.
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दरअसल, सांसद या फिर जिलाधिकारी अपने क्षेत्र में सिफारिश पर कोटे के आधार पर 10 छात्रों को दाखिला दिला सकते थे. शिक्षा मंत्रालय के लिए भी 450 सीटों का कोटा हुआ करता था जो कि पिछले साल ही पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया था. केंद्रीय विद्यालय में सांसदों के कोटे पर अपनी बात रखते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हमें अपने अधिकार का प्रयोग क्या कुछ चंद लोगों के हित के लिए करना चाहिए या फिर सांसद के तौर पर सभी लोगों के लिए समान धारणा के काम करने की जरूरत है. हालाकि अभी फिलहाल कोटा खत्म हुआ है, हो सकता है आगे कुछ सहमति बन जाए.
आपको बता दें कि इस बार केंद्रीय विद्यालय संगठन ने फैसला लिया है कि केवीएस में उन छात्रों को प्रवेश में प्राथमिकता दी जाएगी जिन्होंने कोरोना महामारी के कारण अपने माता पिता को खो दिया. इसलिए इस बार कोरोना महामारी के दौरान हुई मौतों के मृत्यू प्रमाणपत्र के आधार पर ही एडमीशन देने का प्रावधान बनाया जाएगा.
Source : News Nation Bureau