अगर आप बैंक से कर्ज लेने का प्लान कर रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. क्योंकि हाल ही में कई बैंकों ने कर्ज की ब्याज दरों में इजाफा किया है. जिसका आपकी जेब पर सीधा असर पड़ने वाला है. आपको बता दें कि कई बैंकों ने सीमांत लागत पर आधारित ऋण दर (MCLR) की दरें बदल दी हैं. लगभग सभी बैंकों ने एमसीएलआर में बढ़ोतरी की है. लेकिन एक बैंक ऐसा भी है जिसमें एमसीएलआर कम हुआ है. एमसीएलआर बढ़ने से आपकी लोन ईएमआई बढ़ जाएगी. लोन लेने से पहले सोच-समझकर ही कदम उठाएं. अन्यथा एक बार की गई चूक आपको जब तक लोन रहेगा तक चुकानी पड़ेगी. आइये जानते हैं कितना पड़ेगा असर.
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सरकारी सेक्टर के बैंक
आपको बता दें कि सरकारी सेक्टर के बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) ने चुनिंदा अवधि के लोन के लिए एमसीएलआर को 0.15 फीसदी तक बढ़ा दिया है. यह वृद्धि 12 जुलाई 2022 से ही प्रभावी हो गई है. अब वाहन, होम और पर्सनल लोन जैसे ज्यादातर उपभोक्ता ऋणों के लिए एक साल की एमसीएलआर 7.50 फीसदी से बढ़कर 7.65 फीसदी हो गई है. वहीं सरकारी सेक्टर के एक और बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) ने भी विभिन्न अवधि के कर्ज की एमसीएलआर बढ़ा दी है. इसमें 0.10 फीसदी की वृद्धि की गई. नई दरें 10 जुलाई 2022 से लागू हुई हैं. इस के बाद अब एमसीएलआर आधारित ब्याज दरें 6.95 फीसदी से 7.55 फीसदी हो गईं.
प्राइवेट सेक्टर के बैंक
प्राइवेट सेक्टर के बैंक की बात करें तो सबसे पहले एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का नाम आता है. जिसने अपनी एमसीएलआर में 0.20 फीसदी की वृद्धि की है. अब एक साल की अवधि के लिए एमीसीएलआर 8.05 फीसदी है, जो पहले 7.85 फीसदी थी. एक दिन की एमसीएलआर पर ब्याज 7.70 फीसदी हो गया है. यह पहले 7.50 फीसदी था. यही नहीं मई से अब तक यह तीसरा मौका है जब एचडीएफसी ने अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया है. हालाकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank Of Maharashtra) ऐसा बैंक है जिसने एमसीएलआर में 0.35 फीसदी तक कटौती की है. नई दरें 11 जुलाई 2022 से लागू हो गई हैं. एक साल की अवधि के एमसीएलआर को 7.70 फीसदी से कम करके 7.50 फीसदी की गई है.
HIGHLIGHTS
- HDFC ने मई के बाद तीसरी बार बढ़ाया कर्ज पर ब्याज
- प्राइवेट सेक्टर के बैंकों कर्ज लेने पर चुकाने होंगे ज्यादा पैसे