इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए बुरी खबर है. क्योंकि दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी योजना पर रोक लगा दी है. आलाधिकारियों का मानना है कि अब टू-व्हीलर टैक्सी को बढ़ावा दिया जाएगा. क्योंकि जो लोग 15 लाख रुपये की कार खरीद सकते हैं. उन्हे सब्सिडी की कोई जरुरत नहीं है. आपको बता दें कि जबसे दिल्ली सरकार ने इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी देने का ऐलान किया था. तभी से इलेक्ट्रिक वाहनों के रजिस्ट्रेशन में इजाफा हुआ है. हर कोई सरकार की सब्सिडी योजना का लाभ लेकर इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना चाहता था.
हाल ही में दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ने बताया कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट को जितना सहयोग (required push) मिलना चाहिए था, उतना दिया गया और अब ध्यान इलेक्ट्रिक गाड़ियों में टू-व्हीलर, माल ढुलाई और पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेगमेंट पर दिया जाना है. ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट में सबसे ज्यादा संख्या इलेक्ट्रिक रिक्शा और टू-व्हीलर की है.
कैलाश गहलोत ने एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये भी कहा कि ई-कार के लिए सब्सिडी की जरूरत नहीं है. क्योंकि जो लोग गाड़ी खरीदने के लिए 15 लाख रुपये दे सकते हैं, वे बगैर सब्सिडी के 1-2 लाख रुपये ज्यादा खर्च करने के बारे में नहीं सोचेंगे. हमारा ध्यान इस बात पर है कि सब्सिडी का लाभ उन लोगों को दिया जाए, जिन्हें इसकी अधिक जरूरत है. इस वर्ग में ऑटो ड्राइवर, टू-व्हीलर मालिक, डिलिवरी पार्टनर आदि हैं. दिल्ली ईवी पॉलिसी 2020 को पिछले साल अरविंद केजरीवाल सरकार ने अधिसूचित किया था. इसमें शुरू में 1000 कारों को प्रति वाहन 1.5 लाख रुपये की सब्सिडी देने की योजना बनाई थी.
HIGHLIGHTS
- सरकार ने सब्सिडी योजना को विस्तार देने पर लगाई रोक
- अब टू-व्हीलर टैक्सी को बढ़ावा देने की योजना
- प्रदूषण को देखते हुए शुरु की गई थी इलेक्ट्रिक कारों पर सब्सिडी