Auto Taxi Fare hike: जुलाई आते ही सिर्फ घर चलाना ही नहीं बल्कि लोकल सफर भी महंगा हो गया है. आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर में 50 रुपए से लेकर 100 रुपए तक किराया बढ़ा दिया गया है. Auto Taxi यूनियन का तर्क है कि रोजाना बढते सीएनजी के दामों से टैक्सी वालों को पड़ता नहीं आ रहा है. जिसके चलते किराये की दरों में इजाफा किया गया है. इसमें कुछ रूटों पर प्रति किमी 1.5 रुपए की बढोतरी की गई है. साथ ही कुछ पर सीधे एकमुश्त पैसे बढ़ा दिए गए हैं. इसको लेकर यात्री और ऑटो टैक्सी वालों के बीच झड़प भी देखने को मिल रही है. क्योंकि अचानक बढ़े किराए के बारे में अभी ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है.
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प्रति किमी 11 रुपए वसूला जाएगा किराया
आपको बता दें कि दिल्ली के करीब 97,000 ऑटो चालकों ने इस किराए में इजाफे से जूरूर राहत की सांस ली है. लेकिन इसकी सबसे बुरी मार इसकी सवारी करने वाले निम्न और मध्यम वर्ग पर सबसे ज्यादा पड़ेगी. दिल्ली एनसीआर में एक बड़ा तबका ऑटो और टैक्सी पर निर्भर है. अब ऐसे लोगों को ज्यादा पैसा चुकाना पड़ेगा. अभी तक जब आप ऑटो में बैठते थे, तो मीटर डाउन होते ही आपको पहले 1.5 किमी. के लिए 25 रुपये देने होते थे, अब यही किराया 30 रुपये हो गया है. इसके अलावा आपसे प्रति किलोमीटर 9.5 रूपये वसूले जाते थे, जो अब 11 रुपये वसूला जाएगा.
टैक्सी के लिए ये रेट
ऑटो के लिए जहां बेस फेयर में 5 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है वहीं टैक्सी के लिए आपको 15 रुपये ज्यादा देने होंगे. नियमानुसार टैक्सी में बैठते ही अब 25 के स्थान पर 40 रुपए देनें होंगे. वहीं बेसफेयर के बाद नॉन-एसी टैक्सियों के लिए प्रति किलोमीटर किराया 14 रूपये के बजाय 17 रुपये होगा. एसी टैक्सियों के लिए किराया 16 रुपये के बजाय 20 रुपये देने होंगे. इससे यात्रियों की जेब पर एक और बोझ पड़ने वाला है. आपको बता दें कि यह किराया 2 साल में बढ़ाया गया है. इससे पहले 2019 में ऑटो टैक्सी के किराये में बढ़ोतरी की गई थी.
HIGHLIGHTS
- Auto Taxi का भाड़ा हुआ महंगा, 100 रुपए तक बढ़ा किराया
- कहीं प्रति किमी तो कहीं एकमुश्त बढ़ाई धनराशि
- बढ़ते सीएनजी के दामों का हवाला देकर किया किराए में इजाफा