अब शातिर से शातिर क्रिमिनल (Criminal)भी पुलिस के शिकंजे से ज्यादा दिन तक नहीं बच पाएगा. क्योंकि पुलिस सभी अपराधियों की कुंडली आधार से लिंक (Kundli of criminals linked with Aadhaar) करने की योजना तैयार कर रही है. 5 साल से जेल में बंद अपराधी की सारी जानकारी आधार से लिंक की जाएगी. साथ ही इन बंदियों का डीएनए परीक्षण भी कराये जाने की खबर है. इससे अपराधी यदि कुछ भी अपराध करेगा तो अपराधी की कुंडली पुलिस की टेबल पर होगी. पुलिस ने एक सॅाफ्टवेयर के माध्यम से सभी छोटे-बड़े अपराधी का ब्यौरा तैयार करने की प्लानिंग की है. जिससे अपराध पर लगाम लगाई जा सके. बताया जा रहा है कि पहले चरण में कुछ राज्यों की पुलिस ही ऐसा करने वाली है. ट्रायल सफल होने पर देशभर की पुलिस ऐसा करेगी.
यह भी पढ़ें : Indian Railways: अब रेल सफर में रोड़ा नहीं बनेगा कोहरा, रेलवे ने निकाला तोड़
हाईटेक हो रही पुलिस
आधुनिक युग में अब पुलिस भी कम हाईटेक नहीं है. कौन अपराधी कहां छिपा है इसका पूरा चिठ्ठा पुलिस के पास होने हो इसलिए इस तरह के नए-नए प्रयोग पुलिस करती रहती है. इससे पहले भी अगर यूपी पुलिस की बात करें तो प्रदेश के सभी थानों को एक तार से जोड़ने की योजना पुलिस की सफल हो चुकी है. देश के सभी प्रदेशों को दिल्ली से जोड़ने का काम चल रहा है. अगले चरण में अपराधियों की कुंडली आधार कार्ड से जोड़ने पर काम चल रहा है. बताया जा रहा है पहले एक से दो राज्यों में इसे ट्रायल के तौर पर देखा जाएगा. इसके बाद ट्रायल सफल होने पर पूरे देश में ये काम किया जाएगा.
हर बंदी की कंप्युटर पर होगी फाइल
अगर बंदी का पहले से आधार कार्ड है तो ठीक है, नहीं तो सभी जेल में बंदियों का आधार कार्ड बनवाया जाएगा. ताकि डाटा तैयार करने में कोई दिक्कत न हो. इसके बाद बंदी का अपराधिक इतिहास आधार से लिंक कर दिया जाएगा. बंदी के परिवार में कितने लोग हैं, साथ ही कौन क्या करता है. सब रिकॅार्ड़ पुलिस के पास होगा. परिवार की आय का साधन क्या है. कोर्ट से उसकी जमानत कराने मे कौन-कौन जमानती है. पुरी कुंडली ऑन रिकॅार्ड की जाएगी. साथ ही रिश्तेदारी में कौन कहां नौकरी कर रहा है. ऐसी 58 जानकारी जुटाकर आधार से लिंक करने की योजना है.
HIGHLIGHTS
- अपराधियों की कुंडली आधार नंबर लिंक करने की तैयारी में पुलिस
- जिसके बाद पुलिस के शिकंजे से ज्यादा दिनों तक नहीं बच पाएंगे अपराधी
- पुलिस को लोकेशन ट्रेस करने में भी मिलेगी मदद
Source : Sunder Singh