Old Pension Scheme: इन दिनों पुरानी पेंशन स्कीम का मुद्दा गरमाया हुआ है. क्योंकि कांग्रेस शासित राज्यों ने पुरानी पेंशन देने का ऐलान कर दिया था. तभी से मामले को लेकर राजनीति होने लगी है.. अब ताजा जानकारी के मुताबिक आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने मामले को फिर से तूल दे दिया है. उन्होने कहा है कि सरकारी पेंशनभोगियों की चिंता को दूर करने के लिए कम खर्चीले तरीके खोजे जाने चाहिए. इससे पहले स्वयं वित्त राज्य मंत्री पुरानी पेंशन को लेकर चिंता व्यक्त कर चुके हैं. इससे लग रहा है कि अब पुरानी पेंशन कर्मचारियों को कभी नहीं मिलेगी?
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OPS देश के लिए ठीक नहीं
आरबीआई के पूर्व गवर्रनर ने तो यहा तक कह दिया है कि पुरानी पेंशन योजना शुरू करना देश के लिए किसी भी लिहाज से ठीक नहीं होगा. उन्होने कहा कि कम खर्च के कुछ तरीके खोजकर पेंशनभोगियों की चिंता दूर की जा सकती है. आपको बता दें कि पुरानी पेंशन योजना के तहत कर्मचारियों को एक निश्चित पेंशन मिलती थी. यानि अंतिम समय में कर्मचारियों का जितना वेतन होता है. कम से कम उसके 50 फीसदी रिटायरमेंट के बाद मिलना चाहिए. ये कर्मचारियों का हक भी है. लेकिन सरकार अभी कहीं भी ओपीएस को लागू करने का विचार नहीं कर रही है..
सन 2004 में बंद हुई थी स्कीम
आपको बता दें कि पुरानी पेंशन योजना को तत्कालीन राजग सरकार ने बंद करने का निर्णय लिया था. वहीं जानकारी के मुताबिक न्यू पेंशन सिस्टम के तहत कर्मचारी अपने मूल वेतन से 10 प्रतिशत तक योगदान करते हैं. साथ ही सरकार 14 प्रतिशत योगदान करती है. कांग्रेस शासित राज्यों जैसे हिमाचल, छत्तिसगढ़, राजस्थान पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करना चाहती है. लेकिन देखना ये है कि क्या वास्तव में केन्द्र सरकार इसकी अनुमति देगी या नहीं?
HIGHLIGHTS
- पुरानी पेंशन पर छाए संकट के बादल, अब लागू होना मुश्किल
- 2004 में बंद हो गई थी पुरानी पेंशन स्कीम, तभी से लोगों को थी संभावनाएं