भारत से हर साल लाखों लोग नेपाल आते-जाते रहते हैं. उत्तर भारत के कई हिस्से सीधे नेपाल की सीमा से लगते हैं, जहां से लोगों के आने-जाने का सिलसिला लगातार चलता रहता है. उत्तर प्रदेश और बिहार में ऐसे कई इलाके हैं, जहां से लोग हर दिन नेपाल में आते और जाते हैं. आमतौर पर नेपाल जाने के लिए भारतीयों को किसी खास प्रक्रियाओं में शामिल होने की जरूरत नहीं पड़ती है. हालांकि, अब नेपाल जाने के लिए भारतीयों को ऑनलाइन आवेदन करना जरूरी होगा. जी हां, नेपाल जाने के लिए अब भारतीयों को पोर्टल पर आवेदन करना होगा, जिसके बाद ही उन्हें वहां प्रवेश मिल पाएगा.
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सोमवार को नेपाल और भारत के अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई, जहां ये बड़ा फैसला लिया गया. खबरों के मुताबिक, नेपाल ने कोरोना वायरस के हालातों को देखते हुए ये बड़ा फैसला किया है. नेपाल में प्रवेश करने के लिए भारतीय नागरिकों के लिए ऐप भी लॉन्च कर दिया गया है. नेपाल के अधिकारियों ने बताया कि भारत के नागरिकों को नेपाल में प्रवेश करने के लिए पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा. बिना आवेदन किए किसी भी भारतीय नागरिक को नेपाल में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि पोर्टल पर आवेदन करने वाले भारतीयों को आसानी से नेपाल में प्रवेश मिल जाएगा.
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नेपाल के अधिकारियों ने बताया कि ये व्यवस्था सिर्फ चम्पावत से लगे कंचनपुर के लिए ही लागू नहीं है बल्कि सभी प्रांतों के लिए लागू है. टनकपुर के एसडीएम ने बताया कि वे नेपाल में भारतीयों के प्रवेश को लेकर बनाए गए नए नियमों को लेकर तैयारियां कर रहे हैं. बताते चलें कि भारत में कोरोना वायरस का खतरा अभी भी बना हुआ है. हालांकि, भारत की मौजूदा स्थिति पहले के मुकाबले काफी बेहतर है. इसके अलावा भारत में चल रहे विश्व के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान के तहत बड़े पैमाने पर लोगों को वैक्सीन भी दी जा रही है.
HIGHLIGHTS
- नेपाल में प्रवेश करने से पहले करना होगा आवेदन
- आवेदन करने के लिए लॉन्च किया गया ऐप
- कोरोना वायरस के बने हालातों को देखते हुए लिया गया फैसला
Source : News Nation Bureau