Car In Reserve Mode : कई बार हम देखते हैं कि पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती हैं, खासकर दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में तो पेट्रोल पंप तेल डलवाने वाली गाड़ियों से खचाखच भरे रहते हैं. ऐसे में हम कभी-कभी भीड़भाड़ से बचने के लिए अपनी गाड़ी को लंबे समय तक रिजर्व मोड में ही चलाते रहते हैं. कई लोग तो ऐसा आलस के चलते भी करते हैं, जो धीरे-धीरे आदत में बदल जाती है. लेकिन ऐसे लोगों को शायद यह मालूम नहीं है कि उनकी यह आदत उन पर कितनी भारी पड़ सकती है. क्योंकि ऐसा करने से न केवल आपके वाहन का इंजन प्रभावित होगा, बल्कि आपकी गाड़ी आपको मोटा नुकसान भी पहुंचाएगी.
जानें वाहनों में क्यों मिलता है रिजर्व मोड
दरअसल, ऑटोमोबाइल कंपनियां वाहनों में रिजर्व मोड का विकल्प केवल इसलिए देती हैं कि आपको तेल खत्म होने की जानकारी लग जाए और आप समय रहते पेट्रोल पंप पहुंचकर अपनी गाड़ी का टैंक फुल करा लें. लेकिन ऐसा नहीं करते और उनको लगता है कि रिजर्व मोड़ में गाड़ी चलाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. लेकिन आपकी यह आदत आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है. यह बात सबको मालूम है कि गाड़ी को अपनी पूरी क्षमता से काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में ईंधन की जरूरत होती है. जबकि तेल कम होने से गाड़ी रिजर्व मोड में चली जाती है. ऐसे में फ्यूल टैंक में अधिकतर हिस्से में हवा भर जाती है, जिसकी वजह से फ्यूल पंप पर दबाव बनना शुरू हो जाता है. इस तरह से लंबे समय तक रिजर्व मोड़ में वाहन चलाने से इंजन पर दबाव बनता है और वो जल्दी खराब हो सकता है.
फ्यूल टैंक में तेल की मात्रा कम होने से उसमे हवा भर जाती है
एक्सपर्ट्स की मानें तो वाहन के फ्यूल टैंक में तेल की मात्रा कम होने से उसमे हवा भर जाती है. ऐसे में अगर आप गाड़ी चलाना जारी रखते हैं तो हवा के दबाव के कारण इंजन गरम होने लगता है. लंबे समय तक इंजन गर्म रहने की वजह से वह झतिग्रस्त हो सकता है. इंजन खराब होने से आपकी अच्छी खासी चपत लग सकती है. इसके साथ ही तेल खत्म होने पर फ्यूल टैंक में नीचे की तरफ कचरा जमा हो जाता है, जो तेल के साथ इंजन में चला जाता है. इससे इंजन के खराब होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं.
Source : News Nation Bureau