Petrol Diesel Prices Update: पिछले काफी समय समय से डीजल पेट्रोल के रेट में हो रही बढ़ोतरी ने आम आदमी की जेब का गणित बिगाड़ दिया है. हालांकि जनता की परेशानी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने उत्पाद शुल्क और राज्यों ने वैट में कटौती कर तेल की कीमतों में कमी जरूर की, लेकिन सरकार का यह प्रयास देशवासियों को ज्यादा राहत न दे सका. इस बीच खबरें सामने आईं कि सरकार पूरे देश में डीजल और पेट्रोल की कीमतों का एक समान करने जा रही है. लेकिन अब केंद्र ने साफ कर दिया है कि उसकी ऐसी कोई योजना नहीं है. संसद की चालू शीतकाली सत्र के दौरान राज्यसभा में पूछ गए एक सवाल के जवाब में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेजी ने यह बात कही.
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दरअसल राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान सांसद पी भट्टाचार्य और हरनाथ सिंह यादव ने पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने पूछा कि क्या पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ऐसी कोई योजना बना रही है कि जिससे राज्यों में लगाए जाने वाले कर को एक समान कर दिया जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में अंतर, ट्रास्पोर्टेशन कॉस्ट (freight rates), वैट ( Value Added Tax ) और स्थानीय लेवी ( local levies) पर डिपेंड करता है.
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पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री ने राज्यसभा में जानकारी देते हुए बताया कि पेट्रोल को 26 जून 2010 से और डीजल को 19 अक्टूबर 2014 से मार्केट के हवाले कर दिया गया है. ऐसे में तेल के मूल्यों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है. तेल के दाम सरकारी तेल कंपनियां और इंटरनेशनल रेट्स के साथ रुपये-डॉलर एक्सचेंज रेट भी निर्भर करते हैं.
Source : News Nation Bureau