Petrol Diesel Price : जी आपने बिल्कुल सही पढ़ा. आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल के दामों भारी गिरावट आ सकती है. क्योंकि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम बेहद कम हो गए हैं. कच्चे तेल के दाम गिरने के चलते देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 14 रुपए तक की कमी आ सकती है. आपको बता दें कि इंटरनेशल बाजार में कच्चे तेल (ब्रेंट) की कीमत जनवरी से निचले स्तर पर है. यह अब 81 डॉलर से नीचे आ गया है. इसके साथ ही अमेरिकी क्रूड 74 डॉलर प्रति बैरल के करीब है.
8 महीनों में 27 प्रतिशत कम हुए कच्चे तेल के दाम
मई के बाद पहली बार पेट्रोल-डीजल की कीमत में भारी गिरावट से भारतीय रिफाइनरी के लिए कच्चे तेल की औसत कीमत (इंडियन बास्केट) घटकर 82 डॉलर प्रति बैलर रह गई है. मार्च में ये 112.8 डॉलर थी. इस हिसाब से 8 महीने में रिफाइनिंग कंपनियों के लिए कच्चे तेल की कीमत 31 डॉलर(27 प्रतिशत) गिर गई है. एसएमसी ग्लोबल रिपोर्ट के अनुसार क्रूड में 1 डॉलर की गिरावट आने पर देश की तेल कंपनियों को रिफाइनिंग पर प्रति लीटर 45 पैसे की बचत होती है. इस हिसाब से पेट्रोल-डीजल के दाम 14 रुपए प्रति लीटर तक कम होने चाहिए.
कच्चा तेल सस्ता होने की मुख्य वजह
कच्चे तेल के भाव में गिरावट की सबसे बड़ी वजह हैं-
- ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती के चलते दुनियाभर में ईंधन की खपत घटी है. इससे तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक पर भी कीमतें घटाने का दबाव है.
- चीन में विरोध प्रदर्शन और कोरोना संक्रमण बढ़ने से लॉकडाउन के कारण तेल की खपत में कमी.
- अमेरिका और यूरोप के तमाम प्रतिबंधों के बावजूद रूस का तेल ग्लोबल मार्केट में सप्लाई हो रहा है.जिससे मांग के मुकाबले आपूर्ति ज्यादा दिख रही है.