डाक जीवन बीमा पॉलिसी (Postal Life Insurance Policy) को लेकर डाक विभाग ने बड़ा फैसला किया है. डाक विभाग ने इसके तहत ईपीएलआई बांड का डिजिटल संस्करण जारी कर दिया है. डाक विभाग के उठाए गए कदम के बाद डिजिलॉकर (DigiLocker) के जरिए पॉलिसी होल्डर्स की पहुंच पॉलिसी तक होगी. डाक विभाग का कहना है कि डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) पॉलिसी बांड अब इलेक्ट्रॉनिक रूप में लोगों के लिए उपलब्ध रहेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी ट्रांजैक्शन के लिए इसकी डिजिटल प्रति को वैध दस्तावेज माना जाएगा.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक विभाग के सचिव विनीत पांडेय का कहना है कि यह विभाग का डिजिलॉकर के साथ पहला एकीकरण है और अब ईपीएलआई बांड डिजिलॉकर के साथ सहयोग में उपलब्ध रहेगा.
क्या है डाक जीवन बीमा पॉलिसी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डाक जीवन बीमा पॉलिसी भारत सरकार की एक जीवन बीमा स्कीम है. बता दें कि डाक विभाग बुनियादी कामों के अलावा जीवन बीमा पॉलिसी की बिक्री भी करता है. डाक जीवन बीमा पॉलिसी देश की पुरानी बीमा स्कीम में से एक है. ब्रिटिश शासन के दौरान 1 फरवरी 1884 को भारत में पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस यानी PLI को शुरू किया गया था. अवधि के हिसाब से PLI को देश की सबसे पुरानी जीवन बीमा योजना माना जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक PLI के तहत 10 लाख रुपये तक का जीवन बीमा लिया जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- डाक विभाग ने ईपीएलआई बांड का डिजिटल संस्करण जारी किया
- DigiLocker के जरिए पॉलिसी होल्डर्स की पहुंच पॉलिसी तक होगी