Credit-Debit Card Portability: डिजिटली दुनिया में सबकुछ जायज है, क्योंकि अभी तक मोबाइल नंबर ही पोर्ट किये जाते थे. लेकिन कुछ दिनों बाद क्रेडिट-डेबिट कार्ड भी मोबाइल नंबर की तरह पोर्ट हो सकेंगे. हालांकि पिछले साल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसके सुझाव मांगे हैं. बताया जा रहा है कि जुलाई के लास्ट में होने वाली बैठक में इसको लेकर फैसला लिया जाना तय माना जा रहा है. आरबीआई का मानना है कि ग्राहकों पर किसी भी एक बैंक को नहीं थोपना चाहिए. यदि ग्राहक चाहे तो अपना डेबिट या क्रे़डिट कार्ड सिम की तरह पोर्ट कर सकते हैं. इसको लेकर सुझाव अपेक्षित हैं..
यह भी पढ़ें : PM Kisan yojna को लेकर बड़ा अपडेट, 6,000 के स्थान पर 8,000 रुपए करने की तैयारी में सरकार
पोर्टेब्लटी का होता है विकल्प
आपको बता दें कि देश में कई सेवाएं ऐसी हैं, जिनमें ग्राहकों को पोर्टेबल्टी का विकल्प मिलता है. देश में कई सेवाएं ऐसी हैं जहां पहले से पोर्टेबल्टी मिलती हैं. लेकिन बैंकिंग क्षेत्र में अभी ये सुविधाएं नहीं मिलती हैं. आरबीआई का मानना है कि यहां भी ये विकल्प मिलने ग्राहकों को सुविधा मिलेगी. साथ ही बैंक अपनी मनमानी भी नहीं कर पाएंगे. इसलिए अब जल्द ही क्रेडिट और डेबिट कार्ड को भी पोर्ट करा सकेंगे. इसको लेकर ग्राहकों व बैंकों से सुझाव मांगे गए हैं. जानकारी मिल रही है कि जुलाई के लास्ट वीक में बैठक के दौरान ये फैसला लिया जा सकता है
आरबीआई ने किया सर्कुलर जारी
आरबीआई डेबिट व क्रेडिट कार्ड पोर्ट कराने के सुझाव के लिए बाकयदा लिखित में सर्कुलर जारी किया है. साथ ही कहा है कि क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड उपयोगकर्ताओं को अपने पसंदीदा कार्ड नेटवर्क का चयन करने का अधिकार देता है .RBI ने कहा कि ‘फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और प्री-पेड कार्ड किसी खास कार्ड नेटवर्क के लिए जारी न करें,, लोगों को जैसे अपनी पसंद का नेटवर्क चुनने का अधिकार होता है. वैसे ही बैंक चुनने का अधिकार भी होना चाहिए..
HIGHLIGHTS
- गाइडलाइन के मुताबिक सिम से लेकर आप इंश्योरेंस पॉलिसी तक सब करा सकेंगे पोर्ट
- आरबीआई ने पिछले साल ही बैंकों से मांगा था प्रस्ताव, इस साल हो सकता है फैसला
- अगस्त तक गाइडलाइन की जा सकती है जारी, आखिर कैसे करने होंगे पोर्ट
Source : News Nation Bureau