RBI Update: फर्जीवाड़ा रोकने लिए रिजर्व बैंक लगातार एक्शन मोड़ में है. पेटीएम के बाद अब वीजा मास्टर कार्ड पर आरबीआई ने अपना चाबुक चला दिया है. जानकारी के मुताबिक RBI ने हाल ही में कंपनियों द्वारा कमर्शियल कार्ड के इस्तेमाल से वेंडर को दी जाने वाली पेमेंट पर रोक लगा दी है. बताया जा रहा है कि इसमें फर्जीवाड़े की बू आने लगी थी. जिसके बाद रिजर्व बैंक ने ये अहम फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि इन कंपनियों के कार्ड से ऐसे व्यापारियों को पेमेंट किया जा रहा था, जिनका केवाईसी नहीं है. बताया जा रहा है कि पेटीएम की तरह इस पर भी फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग का शक है.
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मनी लॉन्ड्रिंग का शक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को बड़े ट्रांजेक्शंस पर फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग का शक भी है. ये आरोप ठीक उसी तरह के हैं, जैसे पेटीएम पर पाए गये हैं. फिलहाल यूपीआई पेमेंट प्लेटफॉर्म ईडी के जांच का सामना कर रही है. जब तक कुछ भी स्थिति साफ होगी, अगली सूचना तक RBI ने कंपनियों द्वारा कमर्शियल कार्ड के इस्तेमाल से वेंडर को दी जाने वाली पेमेंट पर रोक लगा दी है. इससे करोड़ों कार्ड धारकों को सोचने को मजबूर जरूर कर दिया है. हालांकि आरबीआई का मानना है कि आम जन का कोई भी नुकसान नहीं होने दिया जाएगा.
RBI ने बताया रोक का कारण
जानकारी के मुताबिक, रेग्युलेटर केवाईसी का पालन नहीं करने वाले छोटे कारोबारियों के माध्यम से जो ट्राजेक्शन होती है. आरबीआई उनको लेकर चिंतित है. कमर्शियल कार्ड के जरिये किये गए बिजनेस पेमेंट को भी रोकने के आदेश की सूचना है. बताया जा रहा है कि आरबीआई के इस कदम से किराये और ट्यूशन पर फर्क पड़ सकता है. क्रेड, पेटीएम और नोब्रोकर जैसे ऐप ग्राहकों को कार्ड के जरिये किराये का भुगतान करने की सुविधा देते हैं. इसलिए फैसले के बाद इन्हें जरूरी समस्या पैदा हो सकती है..
HIGHLIGHTS
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने फर्जीवाड़े पर नकेल कसने के लिए लिया फैसला
- फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग का शक होने पर चलाया डंडा
- अब नहीं कर सकेंगे Visa-Mastercard से कहीं पैमेंट
Source : News Nation Bureau