देश में आरटीजीएस (Real Time Gross Settlement-RTGS) की सुविधा आज यानि 14 दिसंबर 2020 से प्रति दिन चौबीसो घंटे काम करनी शुरू हो गई है. इसके बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा जहां यह सुविधा दिन रात काम करती है. यह सेवा 13 दिसंबर को रात में साढ़े 12 बजे से अनवरत सुलभ हो गई है. अंतर्राष्ट्रीय मानक के हिसाब रात 12 बजे के बाद अगली तारीख शुरू हो जाती है इसलिए माना जाएगा कि भारत में यह प्रणाली आज यानि 14 दिसंबर से पूरे समय काम करने वाली प्रणाली बन गई है.
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रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के गवर्नर (Governor), शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने इसके शुरू होने को लेकर जानकारी साझा की है. उन्होंने इसके लिए आरबीआई, IFTAS और सर्विस पार्टनर्स की टीम को शुभकामनाएं दी हैं.
RTGS facility becomes operational 24X7 from 12.30 pm tonight. Congratulations to the teams from RBI, IFTAS and the service partners who made this possible.
— Shaktikanta Das (@DasShaktikanta) December 13, 2020
NEFT से दो लाख रुपये तक का ऑनलाइन लेनदेन
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अक्टूबर में आरटीजीएस प्रणाली को 24 घंटे काम करने वाली प्रणाली बनाने की घोषणा की थी. इससे पहले आरबीआई एनईएफटी (NEFT) को भी 24 घंटे काम करने वाली प्रणाली बना चुका है. आरटीजीएस बड़ी राशि के इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन में काम आने वाली प्रणाली है, जबकि एनईएफटी से दो लाख रुपये तक का ही ऑनलाइन लेनदेन किया जा सकता है.
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26 मार्च 2004 को हुई थी आरटीजीएस की शुरुआत
आरटीजीएस की शुरुआत 26 मार्च 2004 को हुई थी. तब सिर्फ चार बैंक ही इससे भुगतान की सुविधा देते थे. वर्तमान में आरटीजीएस से रोजाना 6.35 लाख लेनदेन होते हैं. देश के करीब 237 बैंक इस प्रणाली के माध्यम से 4.17 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन को प्रतिदिन पूरा करते हैं. नवंबर में आरटीजीएस से औसत 57.96 लाख रुपये का लेनदेन किया गया जो इसे वास्तव में बड़ी राशि के लेनदेन का एक उपयोगी विकल्प बनाता है.