हम में से अधिकांश लोगों का किसी न किसी बैंक में सैलरी अकाउंट है. यह वो अकाउंट है जो कंपनी की ओर से खोला जाता है. इसी अकाउंट में हर महीने हमारी सैलरी आती है. यूं तो अकाउंट खुलते समय बैंक की ओर से हमें एक किट मिलती है, जिसमें Debit Card, Credit Card, ATM, Netbanking & Checkbook जैसी चीजें रहती हैं, लेकिन इस तरह के अकाउंट में हमें कुछ ऐसी सुविधाएं भी मिलती हैं, जिनके बारे में अधिकांश लोग अंजान हैं. दरअसल, सैलरी अकाउंट आपको कुछ ऐसी फैसिलिटी भी उपलब्ध कराता है, जिनको जानकर आप हैरान रह जाएंगे. आज हम आपको सैलरी अकाउंट पर मिलने वाले कुछ
ऐसे ही फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं---
वेल्थ सैलरी अकाउंट
अगर आप रिच हैं यानी आपके पास खूब सारा पैसा है तो आप बैंक में एक वेल्थ सैलरी अकाउंट खुलवा सकते हैं. ऐसे अकाउंट में बैंक आपको एक डेडिकेटेड वेल्थ मैनेजर भी उपलब्ध कराता है. ये मैनेजर आपके बैंक संबंधी सभी कामकाज की देखभाल करता है.
लॉकर चार्ज पर छूट
सैलरी अकाउंट पर कई बैंक आपको बहुत कम चार्ज पर लॉकर सुविधा देते हैं. भारत के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की बात करें तो सैलरी अकाउंट पर केवल 25 प्रतिशत ही लॉकर चार्ज वसूलता है. हालांकि ऐसे में जरूरी है कि आपके खाते में हर महीने सैलरी आती रहे, नहीं तो बैंक आपसे से ये सुविधाएं वापस भी ले सकता है.
'0' बैलेंस फैसिलिटी
आपको बता दें कि बैंक एंप्लोई को जीरो बैलेंस पर सैलरी अकाउंट खोलने की सुविधा देता है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अपने अकाउंट से सारी रकम निकाल सकते हैं. इस तरह से लगातार सारी रकम निकालने पर बैंक आपसे तीन महीने तक कोई पेनल्टी नहीं वसूलता है. इसके विपरीत बचत खाते में आपको एक निर्धारित रकम रखनी अनिवार्य होती है जबकि ऐसा न करने पर आपसे बैंक जुर्माना वसूलता
है.
ATM से फ्री ट्राजेक्शन
सैलरी अकाउंट खुलवाने पर HDFC Bank, ICICI Bank, Axis Bank and SBI जैसे कई बैंक आपको फ्री ट्रांजेक्शन की फैसिलिटी उपलब्ध कराते हैं. इस सुविधा के तहत आप महीने में चाहे जितनी बार एटीएम ट्रांजेक्शन कर सकते हैं और इसके लिए आपसे कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा. आपको बता दें कि बैंक सैलरी अकाउंट के एटीएम पर आपसे कोई एनुअल चार्ज नहीं वसूलते हैं.
Lone की सुविधा
सैलरी अकाउंट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि बैंक इसके आधार पर आपको कई तरह के लोन आसानी के साथ देते हैं. इनमे कार लोन, होम लोन और पर्सनल लोन आदि शामिल हैं. क्योंकि आप उसके कस्टमर हैं और आपकी सैलरी हर माह अकाउंट में आती है. इसलिए बैंक के पास लोन का पैसा डूबने का रिस्क नहीं होता.
Source : News Nation Bureau